हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। एक कंपनी पैसा दोगुना करने के नाम पर घुमारवीं और झंडूता के सैकड़ों लोगों का करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई। ठगी का शिकार हुए लोगों ने अब इसकी शिकायत तलाई थाने में दी है। दो माह पूर्व जब ग्राहकों को ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने कंपनी के जिला में काम करने वाले अधिकारियों के समक्ष जमकर हंगामा किया। कंपनी अधिकारियों ने लोगों को दो माह में पैसे वापस करने की बात कहकर मामला शांत कराया। अब दो माह भी बीत चुके हैं, लेकिन लोगों को उनका पैसा नहीं मिला है।
कंपनी के मालिक और अधिकारी बरठीं स्थित कार्यालय को बंद करके फरार हो चुके हैं। पुलिस को दी शिकायत में सुरजीत सिंह, रणजीत सिंह, प्रवीण कुमार, राजेश शर्मा, मनोज कुमार, सचिन गौतम, सुनील कुमार, दिनेश कुमार, अजय कुमार, कमलचंद, प्रकाश चंद, राम प्रकाश आदि ने बताया कि डेढ़ साल पहले ठगों ने एफ एक्स ट्रेड वन कंपनी के नाम पर मार्केट में प्रचार किया कि कंपनी में पैसा लगाकर मात्र 30 माह में दोगुना पैसा देगी। बीच-बीच में भी लोगों को कुछ पैसा दिया जाएगा।
कंपनी के अधिकारी स्थानीय होने के कारण सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपये जमा करवा दिए। इस दौरान लोगों को सेविंग स्कीम के बारे में भी वह जानकारी देते रहे। इसमें 1.60 लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक लोगों ने जमा करवा दिए। जब 6 माह के बाद पैसे आने बंद हो गए तो उन्होंने कंपनी के मैनेजर से बात की। उसने कुछ समय बाद पैसे देने की बात की, लेकिन अब मैनेजर समेत अन्य सभी कंपनी के मालिक फरार हैं। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि कंपनी के मैनेजर ने सपने दिखाकर करोड़ों रुपये कंपनी में जमा करवा दिए। उसके बाद ठगी की नीयत से इस कंपनी का नाम बदल दिया और बरठीं से अपने कार्यालय को समेट कर पंजाब में ले गए। अब वहां से भी फरार हैं। उधर, तलाई थाना प्रभारी अमिता ने बताया कि इस प्रकार की शिकायत आई है। मामले की जांच जारी है।
ठगी के मामले में धर्मशाला का व्यवसायी भी गिरफ्तार
उधर, नगरोटा बगवां में ट्रांसपोर्टर से पौने 14 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में कई नाम सामने आ रहे हैं। इसमें मुंबई के मुख्य आरोपी सर्वदमन सिंह सिसोदिया की चंडीगढ़ से गिरफ्तारी के बाद जिला मुख्यालय धर्मशाला के कैंची मोड़ चरान के पास हार्डवेयर की दुकान करने वाले देवेंद्र शर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक अन्य आरोपी नगरोटा बगवां का अनुज शर्मा, जोकि प्रॉपटी डीलर है, वह फरार हो गया है। मामले में मुंबई बांद्रा के मुख्य आरोपी को पांच दिन की पुलिस रिमांड के बाद 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। जबकि अन्य दो आरोपियों ने जिला एवं सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अप्लाई किया था, जिसे न्यायालय ने रद्द कर दिया है।
इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है, जबकि दूसरे की धरपकड़ शुरू कर दी है। इस मामले में तीनों ही आरोपियों ने ट्रांसपोर्टर के साथ मिलकर बड़ी ठगी की है।नगरोटा बगवां के एक स्थानीय ट्रांसपोर्टर से 13.85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। आरोपी ने ट्रांसपोर्टर को एक फल ट्रेडिंग कंपनी बनाने का लालच दिया था, जिसमें ट्रांसपोर्टर को 60 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की गई थी। ट्रांसपोर्टर कि शिकायत पर पुलिस ने एक टीम गठित की थी। टीम ने मुख्य आरोपी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था। मामले में दो आरोपियों ने अग्रिम जमानत को आवेदन किया था, जिसे कोर्ट ने रद्द कर दिया है। उसमें एक आरोपी देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरे आरोपी अनुज शर्मा की तलाश की जा रही है।-बीर बहादुर, एएसपी, कांगड़ा