साइबर ठगों की आप पर नजर है। देश में रोज 63 करोड़ और हिमाचल में 31 लाख रुपये से ज्यादा की साइबर ठगी हो रही है। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले एक साल में देश में करीब 22,851 करोड़ और हिमाचल में लोगों के 114 करोड़ रुपये साइबर ठगों ने लूटे हैं। हिमाचल के हर तीसरे व्यक्ति को साइबर अपराधी टटोल रहे हैं। रोजाना औसत 310 कॉल आ रही हैं। यानी हर पांच मिनट में ठगों की एक कॉल आ रही है। उधर, ठगी का शिकार करीब तीस फीसदी लोग ही पुलिस में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। सत्तर फीसदी सामने ही नहीं आ रहे हैं। उद्यमियों-कारोबारियों, अफसरों और वीआईपी सभी को साइबर ठग निशाना बना रहे हैं। सबसे ज्यादा महिलाएं और बुजुर्ग निशाने पर हैं।


केंद्रीय संचार मंत्रालय की हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार ओवरऑल टेलीडेंसिटी में दिल्ली पहले और हिमाचल दूसरे स्थान पर है। दिल्ली में टेलीडेंसिटी 280.78 प्रतिशत है। हिमाचल में यह घनत्व प्रतिशतता 120.80 है। केरल में यह 120.07 प्रतिशत है। पंजाब में यह 113.90, हरियाणा में 88.41 और जम्मू-कश्मीर में 92.39 है। भारत में यह घनत्व 85.43 प्रतिशत है। इसीलिए भी हिमाचल प्रदेश सहित अधिक टेलीडेंसिटी वाले राज्य अपराधियों के खास निशाने पर हैं।