जिला मुख्यालय हमीरपुर में बिना टीसीपी की अनुमति पांच मंजिला अस्पताल भवन खड़ा कर दिया। शुक्रवार को टीसीपी विभाग ने पुलिस बल के साथ निजी अस्पताल भवन को सील करने से पूर्व स्थिति का जायजा लिया। हमीरपुर शहर में हाॅल ही में एक पांच मंजिला अस्पताल भवन का निर्माण किया गया है, लेकिन निर्माण से पूर्व टीसीपी से न तो नक्शा स्वीकृत है और न ही साइट प्लान का निरीक्षण करवाया गया। आजकल प्रदेश में भारी बारिश के चलते कई बहुमंजिला भवन ताश के पत्तों की तरह गिर रहे हैं।

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इसके बाद प्रदेश सरकार ने टीसीपी विभाग को सख्त निर्देश जारी किए हैं। सरकार के आदेश हैं कि भवन निर्माण से पूर्व जमीन का जूलोजिकल सर्वे करवाया जाए और टीसीपी नियमों के तहत भवनों का निर्माण हो, ताकि जान माल को भविष्य में कोई हानि न हो। लेकिन, हमीरपुर शहर में एक पांच मंजिला भवन बिना टीसीपी की अनुमति के न केवल खड़ा हो गया बल्कि जलशक्ति विभाग ने इस भवन को पेयजल और बिजली बोर्ड ने बिजली का कनेक्शन भी प्रदान कर दिया।

इससे इन दोनों विभागों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। मामला ध्यान में आते ही टीसीपी विभाग ने तीन नोटिस भेजकर संबंधित भवन के मालिक को कार्यालय में तलब किया। टीसीपी विभाग को नोटिस मिलते ही भवन मालिक ने इस भवन को वैधानिक करने के लिए फाइलें प्रस्तुत कीं। लेकिन टीसीपी ने मौके पर पहुंचकर जब निरीक्षण किया तो इस भवन में कई खामियां निकली हैं।

अब संबंधित अस्पताल भवन को सील करने की तैयारी शुरू हो गई है। शुक्रवार को जब टीसीपी विभाग मौके पर भवन को सील करने पहुंचा तो अस्पताल के भीतर मरीज दाखिल थे। इसके चलते टीसीपी विभाग ने अस्पताल संचालक को भवन खाली करने, जलशक्ति विभाग और बिजली बोर्ड को कनेक्शन काटने के निर्देश दिए हैं।

उधर, ग्राम एवं नगर योजना अधिकारी हमीरपुर हरविंद्र सिंह ने कहा कि हमीरपुर शहर में बिना विभाग की मंजूरी के एक पांच मंजिला अस्पताल भवन बन गया है। संबंधित विभाग को कैसे बिजली और पानी के कनेक्शन मिल गए, यह समझ से परे है।

भवन मालिक ने इस भवन को रेगुलराइज करने के लिए फाइल भेजी थी, लेकिन भवन में बहुत कमियां हैं। इसके चलते शुक्रवार को भवन को सील करने के लिए टीम भेजी थी लेकिन अस्पताल के भीतर मरीज होने के चलते अस्पताल संचालक को भवन खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है।

इधर, बिजली बोर्ड के अधीक्षण अभियंता आशीष कपूर ने कहा कि बिना टीसीपी की मंजूरी कैसे संबंधित अस्पताल भवन को बिजली कनेक्शन दिया गया, इस बारे में एसडीओ और एक्सईएन से रिपोर्ट मांगी गई है।