हिमाचल प्रदेश के कई भागों में 18 सितंबर तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में मानसून फिलहाल कमजोर बना हुआ है। 14 से 16 सितंबर तक कुछ भागों में अंधड़ चलने व बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान नाहन में  49.1, सरहाली खड्डा बिलासपुर 33.4 व बिलासपुर केवीके में  23.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। उधर, जगह-जगह भूस्खलन से चलते राज्य में अभी भी 60 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक 27 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित थे। वहीं, आज राजधानी शिमला व आसपास भागों में धूप खिलने के साथ हल्के बादल भी छाए हुए हैं। आज भी कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना है।

न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 16.4, सुंदरनगर 22.5, भुंतर 21.9, कल्पा 12.6, धर्मशाला 20.2, ऊना 23.2, नाहन 23.1, केलांग 11.3, पालमपुर 18.5, सोलन 20.7, मनाली 17.4, कांगड़ा 22.6, मंडी 22.3, बिलासपुर 25.2, चंबा 23.1, डलहौजी 13.2, जुब्बड़हट्टी 20.0, कुफरी 15.3, कुकुमसेरी 11.7, नारकंडा 13.6, रिकांगपिओ 16.7, धौलाकुआं 26.0, बरठीं 24.0, मशोबरा 16.8, पांवटा साहिब 26.0, सराहन 17.0 और देहरा गोपीपुर में 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

इस मानसून सीजन में अब तक 10965 घरों को आंशिक नुकसान
इस मानसून सीजन में 24 जून से 11 सितंबर तक 426 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें से 157 की सड़कों हादसों में मौत हो गई। कुल 427 घायल हुए हैं। राज्य में 2575 घर पूरी तरह ढह हो गए हैं। 10965 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।  इसके अतिरिक्त 318 दुकानों व 5797 गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है। मानसून सीजन के दौरान अब तक 8678.59 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब तक राज्य में भूस्खलन की 165 और अचानक बाढ़ की 72 घटनाएं सामने आई हैं।