• व्यवस्था परिवर्तन पट्टीकाओं पर हारे हुए नेताओं का नाम

शिमला, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा की प्रदेश सरकार हारे नकारे लोगों को अधिमान देकर लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही है यह। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार शिलान्यास व उद्घाटन पटिकाओं में उन लोगों के नाम लगा रही है जिन्हे जनता ने नकार दिया है। जो कि बिलकुल भी तर्कसंगत नही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को जनता ने दो -दो बार नकार कर घर बिठा दिया है उन्हें मजबूरन जनता को ढोना पड़ रहा है। सार्वजानिक कार्यक्रम हो चाहे आपदा के समय सरकारी राहत देने का कार्य हो या अन्य कोई कार्यक्रम सरकारी अफसर नेताओं के चहेते बनने के चक्कर में इन नकारे लोगों की जी हजूरी करते नजर आते है जोकि जनमत के खिलाफ है। भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की सरकार में यह व्यवस्था कि हारे और नकारे नेताओं को जनता द्वारा चुने व्यक्ति जैसा स्थान देना लोकतंत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन है।

उन्होंने कहा की कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह जहां जहां जा रही है वहां-वहां हारे निकरे नेताओं की पट्टीकाए लगाने का कार्य कर रही है, यह काम द्रग विधानसभा में कॉल सिंह ठाकुर की पट्टिका से शुरू हुआ और अब हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग राजकीय प्राथमिक पाठशाला भौणा, सुंदरनगर की उद्घाटन पट्टिका पर सोहन लाल ठाकुर का नाम लगा दिया गया। यह पूर्व रूप से लोकतंत्र को हत्या है।
यह प्रथा गांव में हो रहे टूर्नामेंट, खेल कार्यक्रमों और छोटे छोटे कार्यक्रमों मेलो में भी चल पड़ी हैं।

उन्होंने कहा की कांग्रेस के नेता जीते हुए विधायकों से तो डर रहे हैं, उनका नाम देते भी डर रहे हैं पर एक बात हम उनको बता दे कि हारे हुए नेताओं का पट्टिका पर नाम लिखना ठीक प्रथा नही है, लोकतंत्र के खिलाफ है। पट्टिका पर जीते हुए पंच, बीडीसी, पार्षद या विधायक का नाम हो तो शोभनीय होता है। शायद कांग्रेस को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाना पड़ेगा।