हिमाचल प्रदेश में बढ़ रही गर्मी और जंगल की आग की घटनाओं के चलते पहाड़ों की रानी राजधानी शिमला व धर्मशाला की आबोहवा औद्योगिक क्षेत्रों नालागढ़ और कालाअंब समेत कई प्रदूषित शहरों की अपेक्षा खराब हो गई है। ये दोनों शहर अभी तक गुड जोन में थे, लेकिन अब यह संतोषजनक जोन में चले गए हैं। दोनों पर्यटन स्थ्लों धर्मशाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 98 जबकि शिमला का 97 है। वहीं इसकी तुलना में प्रदूषित शहर औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ का 83, बरोटीवाला 98, डमटाल का 79 और कालाअंब का 75 है।

18 मई को 171, 19 को 167, 20 को 150 और 21 को 144 पर आ गया। वहीं पांवटा साहिब का इंडेक्स 136, ऊना का 106 है। माना जा रहा है कि अग्निकांड की घटनाओं के बाद धुएं से कई शहरों की हवा भी खराब हुई है। वहीं, बद्दी एशिया का सबसे बड़ा फार्मा हब है। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहां पर हवा साफ नहीं है। बीते कुछ दिनों में बीबीएन के आसपास के क्षेत्रों में भयंकर आग लगी है। इसके चलते भी यहां पर हवा खराब हो गई है। शून्य से 50 तक गुड जोन, 50 से 100 तक सेटिस्फेक्ट्री या संतोषजनक जोन, 101 से 200 तक मॉडरेट व 201 से 300 तक पूअर जोन में गिना जाता है।