हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को सीआरआईएफ के तहत 350 करोड़ रुपये मंजूर करने के लिए धन्यवाद दिया, जो सड़क संपर्क को बेहतर बनाने और राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से वन मंजूरी से रोपवे परियोजनाओं को छूट प्रदान करने के लिए मंत्री द्वारा दिए गए समर्थन के लिए भी धन्यवाद दिया। लोक निर्माण मंत्री ने घटासनी, शिल्हा-बधानी-भुभुजोत-कुल्लू तक एक वैकल्पिक सड़क के निर्माण का भी अनुरोध किया, जिसमें भुभू जोत में सुरंग भी शामिल होगी, जिससे एनएच 144 पर 40 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह सामरिक दृष्टि के अलावा पर्यटन की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। इससे कुल्लू जिले में आने वाले पर्यटकों को बहुत सुविधा होगी। विक्रमादित्य सिंह ने भारत सेतु योजना के तहत कांगड़ा और हमीरपुर जिलों को जोड़ने वाले बसंती पत्तन और खेरी के बीच ब्यास नदी पर 125.57 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले डबल लेन पुल के निर्माण को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी प्रदान करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछली बैठक के दौरान भी केंद्रीय मंत्री के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने जिला मंडी में पंडोह-शिव सड़क पर पंडोह नदी पर 19.09 करोड़ रुपये की लागत से 110 मीटर लंबे सिंगल लेन स्टील ट्रस मोटरेबल पुल के निर्माण का भी आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री ने राज्य को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।