मंत्रिमंडल की वीरवार को हुई बैठक में स्कूल, कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए गेस्ट टीचर्स भर्ती पॉलिसी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शिक्षित बेरोजगार युवाओं का गुस्सा फूटा। युवा छात्रों, शोधार्थियों ने पुस्तकालय छोड़ कर विवि कुलपति कार्यालय के बाहर डेढ़ घंटे तक पॉलिसी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। वे विवि ईसी की बैठक में शामिल होने आए शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा और भोरंज के विधायक सुरेश कुमार से मिले।
शोधार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं ने विधायकों को मांग पत्र भी सौंपा। इसमें प्रदेश सरकार से तुरंत पॉलिसी को वापस लेने की मांग की। इस पर विधायक हरीश जनारथा ने युवाओं से कहा कि वे स्वयं मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से इस बारे में बात करेंगे। उनकी मुख्यमंत्री से इस मुद्दे को लेकर आपत्तियां बताने को मुलाकात करवाने का प्रयास भी करेंगे।
विवि कुलपति कार्यालय के बाहर ईसी बैठक स्थल के बाहर दोपहर करीब तीन बजे शोधार्थी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा सैकड़ों की तादाद में जुट गए। उन्होंने प्रदेश सरकार के स्कूलों में जेबीटी, टीजीटी, पीजीटी और कॉलेजों में सहायक आचार्य के रिक्त पदों पर गेस्ट फैक्लटी को प्रति लेक्चर आधार पर रखे जाने की पॉलिसी को लागू किए जाने के फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू की। गेस्ट टीचर्स पॉलिसी नहीं मंजूर, पॉलिसी को वापस लो…., स्थायी रोजगार दे प्रदेश सरकार और आउटसोर्स भर्ती के विरोध में नारेबाजी की।