हिमाचल प्रदेश के राशन डिपुओं में लोगों को करीब दो महीने से खाद्य तेल नहीं मिल रहा है। सरकार के पास करीब 20 दिन से तेल के टेंडर की फाइल पड़ी है लेकिन इसे स्वीकृति नहीं मिली है। प्रदेश सरकार ने शादी समारोह व अन्य आयोजनों के लिए जरूरत के मुताबिक तेल देने का फैसला लिया था। यह मिलना तो दूर की बात, रूटीन में हर महीने भी उपभोक्ताओं को दो लीटर तेल नहीं मिल रहा है। बताया जा रहा है कि खाद्य आपूर्ति निगम ने टेंडर फाइनल करके मंजूरी के लिए सरकार को भेजा है। निगम ने तेल को लेकर कंपनियों से निविदाएं मांगी थीं इसमें सबसे कम रेट 155 रुपये आया है।

इसे सरकार से स्वीकृति नहीं मिली है। दो महीने से डिपुओं में दालें व तेल नहीं है। हालांकि, खाद्य आपूर्ति निगम ने दावा किया है कि दाल चना डिपुओं में भेजा जा रहा है, मलका की दाल भी जल्द आनी शुरू होगी, उड़द दाल का सप्लाई आर्डर अभी होना है। हिमाचल के साढ़े 19 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। उपभोक्ताओं को आटा उपलब्ध देने के लिए खाद्य आपूर्ति निगम गेहूं की पिसाई करता है। उधर, खाद्य आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने बताया कि तेल के टेंडर की फाइल सरकार को मंजूरी के लिए भेजी है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी स्वीकृति मिलेगी।