पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चंबा जिले में मनोहर की निर्मम हत्या का गंभीर मामला सामने आया है। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में यह घटना दुर्लभ है। इस घटना को लेकर समाज में तनाव है और यह घटना देश एवं प्रदेश में चिंता का विषय बन गई है। यह सामान्य घटना नहीं है और किसी सामान्य व्यक्ति ने नहीं की है। उन्होंने इस मामले में एनआईए जांच की मांग की है
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने वीरवार को शिमला में प्रेस वार्ता में कहा कि इस घटना में मुख्य आरोपी, उसकी पत्नी और अन्य छह लोग हैं। कहा कि वह मुख्य आरोपी की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जनता के समक्ष लाना चाहते हैं, जिसके बारे में उन्हें पता चला है। आरोपी ने हाल ही में 2000 के नोटों के 97 लाख रुपये बैंक में एक्सचेंज करवाए थे। इसके बैंक अकाउंट में दो करोड़ रुपये जमा हैं और आय के साधन इतने नहीं हैं।
तीन बीघा मलकीयत जमीन है और कब्जा 100 बीघा जमीन पर है। अपनी जमीन पर किसी आम व्यक्ति को आने जाने नहीं देता। 10,000 फीट की ऊंचाई पर यह रहता है, जहां 6 से 10 फीट बर्फ पड़ती है। फिर भी वह इतनी बर्फ में वहीं रहता है। इसके पास 100 बकरियां हैं, पर हर साल 200 बकरियां बेचता है। क्या यह व्यक्ति किसी और की बकरियों पर कब्जा करता है। 1998 में चंबा में जब जम्मू-कश्मीर के आतंकी हिमाचल में घुस गए थे और 35 लोगों की हत्या हुई थी।
7 लोगों को वह जिंदा ही जम्मू-कश्मीर ले गए थे, जो आज तक नहीं मिले हैं। उस मामले में भी इस व्यक्ति को लेकर जांच में शामिल किया गया था। इस व्यक्ति ने सभी सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया है और यह ही नहीं, कुछ प्रभावशाली व्यक्ति इस जांच को दबाने का प्रयास भी कर रहे हैं। यह लोग कह रहे हैं कि यह दो लोगों का निजी मामला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल और वह कल स्वयं मृतक के परिजनों से मिलने जाएंगे।
जयराम जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि हिमाचल 97 प्रतिशत हिंदू प्रदेश है और हमने उनको हिमाचल प्रदेश में हराया है। यह मुख्यमंत्री काफी सार्वजनिक मंचों से भी कह चुके हैं और कर्नाटक चुनाव में भी इसी शैली का प्रयोग किया गया है। मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि उनका कहने का क्या तात्पर्य है।