हिमाचल प्रदेश के फार्मा हब बद्दी में एक और नकली दवा बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ हुआ है। मेगटेक इंटरप्राइजेज काठा में मैनकाइंड व इंटास फार्मा की नकली दवाएं बन रही थीं। ड्रग विभाग ने फैक्टरी से 55 लाख की नकली दवाएं जब्त की हैं। फैक्टरी को सीज कर दिया है। आरोपी मालिक फरार है। बताया जा रहा है इस कंपनी ने 10 से 12 साल पहले लाइसेंस लिया था। आरोपी केवल दिल्ली ही नकली माल सप्लाई करता था।
बद्दी में इससे पहले नकली दवाएं बनाने वाली दो कंपनियाें को पकड़ा जा चुका है। कच्चे माल का एक सप्लायर भी गिरफ्तार किया जा चुका है। ड्रग विभाग को रात को नकली दवाई भेजने की सूचना मिली। टीम को बद्दी स्थित ट्रांसपोर्ट गोदाम आरएस रोड लाइन साईं रोड में नकली दवाइयों का एक बड़ा भंडार मिला। इन दवाओं की खेप दिल्ली भेजी जा रही थी। यहां सिक्किम निर्मित मैनकाइंड और इंटास फार्मा की चीनी और मल्टीविटामिन की 55 लाख की कीमत की नकली दवाएं बरामद की गईं।
पता चला कि ये दवाइयां बद्दी के काठा स्थित कंपनी में तैयार हुई हैं। इसके बाद तुरंत देर रात 11:30 बजे कंपनी के दफ्तर में दबिश दी। यहां इनपॉसेस टैबलेट और स्क्रैप का स्टाॅक बरामद किया गया। विभाग ने ट्रांसपोर्ट के उस वाहन को भी जब्त कर लिया, जिसमें कंपनी ने सप्लाई की गई थी। नकली दवाओं की एक खेप पकड़ने के बाद ड्रग कंट्रोलर दिल्ली ने भी जानकारी दी। अन्य आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने मामले की पुष्टि की है।
गिरफ्तारी के बाद स्पष्ट होगा कहीं और तो नहीं दी नकली दवाओं की सप्लाई
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी दिल्ली ही नकली दवाएं सप्लाई करता था। इसके बाद इन्हें अन्य राज्यों को भेजा जाता था। आरोपी मालिक की गिरफ्तारी के बाद ड्रग विभाग पता लगाएगा कि कहीं अन्य राज्यों को तो नकली दवाएं सप्लाई नहीं की हैं। आरोपी मालिक कहां का रहने वाला है, अभी इसका खुलासा भी नहीं हुआ है।