नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सीएम सुक्खू की अगुवाई वाली वर्तमान कांग्रेस पार्टी की सरकार जनादेश खो चुकी है। राज्यसभा की सीट हारने पर कांग्रेस विधायकों का बहुमत खो चुकी थी, लेकिन अब तो जनता-जनार्दन में भी अपनी लोकप्रियता खो चुकी है। गुरुवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता ने जयराम ने कहा कि पिछली बार लोकसभा के चुनाव में भाजपा को 69 प्रतिशत वोट शेयर मिला था जोकि देश में सर्वाधिक था। 2019 के चुनाव में 68 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की थी। इस बार कांग्रेस 61 विधानसभा क्षेत्रों पर चुनाव हारी है। मुख्यमंत्री के  विधानसभा क्षेत्र नादौन में भी कांग्रेस 2143 वोट से चुनाव हारी है। भाजपा को बढ़त मिली। उपमुख्यमंत्री लीड देने में  कामयाब रहे। सरकार के 10 मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव हारे हैं। जयराम ने कहा कि छह उपचुनाव में से दो जगह जीतने में भाजपा सफल हुई है। कांग्रेस पार्टी इसी का आनंद ले रही है कि सरकार बच गई।

जयराम ने कहा कि सरकार को प्रदेश के विकास की चिंता नहीं। चिंता यह है कि सरकार कैसे बचाई जाए। पूरी ताकत इसी पर लगी है। आने वाले समय में भी यही स्थिति रहने वाली है। निर्दलीय के इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए। पहले इस्तीफे स्वीकार किए होते तो चुनाव एक साथ होते। कांग्रेस को यह लग रहा था कि इस्तीफे स्वीकार होने से सरकार चली जाएगी। लेकिन ठीक उपचुनाव नतीजों के एक दिन पहले निर्दलियों के इस्तीफे स्वीकार किए। अब तीन उपचुनाव पर करीब 30 करोड़ का खर्चा होगा, जिसे बचाया जा सकता था। लेकिन सरकार बचाने के लिए यह सब किया गया। अभी टेक्निकल ग्राउंड पर सरकार चल रही है, जनता का जनादेश सरकार के खिलाफ आ गया है। कांग्रेस 68 में से 61 विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव हार गई है। इसलिए मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, इससे पहले कि कांग्रेस नेतृत्व परिवर्तन पर कोई निर्णय ले। जयराम ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया गया। घर-घर जाकर महिलाओं से फॉर्म भरवाए गए। लेकिन, अब फॉर्म भरवा ही दिए हैं तो 1500 कब जाएंगे, इस पर भी सरकार स्थिति स्पष्ट करे। कहा कि सुक्खू उन्हें खराब निर्देशक कहते थे, लेकिन हमारी फिल्म हिट रही है।