हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। आनी के निरमंड में दो जगह, कुल्लू के मलाणा, मंडी जिले के थलटूखोड़, लाहाैल के जाहलमा व  चंबा जिले में बादल फटे हैं। बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बादल फटने से 50 से अधिक लोग अभी लापता हैं। अब तक चार शव बरामद हुए हैं। इनमें से दो थलटूखोड़ व दो बागीपुल क्षेत्र से बरामद हुए हैं। बादल फटने से करीब चार पुल व 15 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं। कुल्लू में भी सभी शिक्षण संस्थान 2 अगस्त के लिए बंद कर दिए गए हैं।

मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई। यहां मकान ढहने की सूचना है। सड़क संपर्क भी ठप हो गया। पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई है। घटना में कई लोग लापता है। तीन घर बहने की सूचना है  थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना में आठ लोग लापता हैं, दो शव बरामद कर लिए गए हैं। एक घायल है। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है। डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना की गईं। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है। 

एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना पर बताया कि एनडीआरएफ की करीब 14 टीमें हिमाचल में तैनात हैं। कुल्लू, मंडी, शिमला में बादल फटने की  घटनाएं सामने आई हैं। आज सुबह ही हमारी दो टीमें मंडी के लिए तैनात की गई है। कुल्लू में भी बचाव कार्य जारी है। रामपुर में भी बादल फटा है, वहां छह लोगों को बचाया गया है। तीन लोगों की मृत्यु हुई है और 52 लोग लापता हैं।