माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कई भागों में 5 सितंबर तक हल्की बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में जारी बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन से शुक्रवार सुबह 10:00 बजे तक 65 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। इसके अतिरिक्त 60 बिजली ट्रांसफार्मर व 18 जल आपूर्ति स्कीमें भी बाधित हैं। सबसे ज्यादा सड़कें कुल्लू, मंडी, शिमला व सिरमाैर जिले में प्रभावित हैं। उधर, माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कई भागों में 5 सितंबर तक हल्की बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान है। 2 सितंबर के लिए कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट है। वहीं, राजधानी शिमला में आज बादल झमाझम बरसे। वहीं गुरुवार रात को नयनादेवी में 66.8, जोत 24.4, नंगल डैम 16.4, भराड़ी 16.2, बिलासपुर 15.8, धर्मशाला 12.0, ऊना 13.0 व कांगड़ा में 10.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल जिले के नोगली-तकलेच मार्ग पर लाडा नाले के समीप पहाड़ी दरक गई। इस दाैरान भूस्खलन की चपेट में आने से एक बाल-बाल बच गई। कार में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। गनीमत रही कि जैसे ही पहाड़ी दरकनी शुरू हुई, चालक ने कार को पीछे की तरफ ले गया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। हादसे में दो सवारों को हल्की चोटें आई हैं। कार को भी क्षति पहुंची है।
शाेघी में हिमुडा कॉलोनी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 का 110 फीट लंबा हिस्सा भी धंस गया है। शिमला-चंडीगढ़ एनएच पर अब एकतरफा ट्रैफिक चल रहा है। उधर, बीते कई दिनों से बंद बालूगंज सड़क के भी आज बहाल होने की संभावना है। एमएलए क्रॉसिंग पर हुए भूस्खलन के बाद लोक निर्माण विभाग ने क्षेत्र के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार कर दिया है। जल्द ही मुख्य सड़क पूरी तरह से बहाल हो जाएगी। वैकल्पिक मार्ग के खुलने से शिमला शहर के लोगों को बड़ी राहत मिली है।