नेरचौक मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हमले का मामला सामने आया है, जिसमें एक चिकित्सक घायल हो गया जबकि अन्य ने भागकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने 6 से सात लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की छानबीन में जुट गई है। यह हमला कॉलेज परिसर में उस समय हुआ जब रात की ड्यूटी पर तैनात कुछ प्रशिक्षु चिकित्सक अस्पताल और कॉलेज परिसर के बाहर टहल रहे थे। हमलावर कार में आए थे और मरीज बनकर कॉलेज परिसर में घुसे, जिससे मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा गार्ड भी चकमा खा गए। उन्होंने प्रशिक्षु चिकित्सक की पिटाई की और जान से मारने की धमकी दी। इस हमले के दौरान, प्रशिक्षु चिकित्सकों ने एक हमलावर को पकड़ लिया, जबकि तीन अन्य फरार हो गए।

घटना से गुस्साए प्रशिक्षुओं ने हमलावरों की गाड़ियां तोड़ दीं। घटना की सूचना मिलते ही कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीके वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे।कुछ शरारती तत्वों की गतिविधियाँ महिला प्रशिक्षु चिकित्सकों के छात्रावास के आसपास सीसीटीवी कैमरा में कैद हुई हैं। कॉलेज प्रबंधन इन शरारती तत्वों की पहचान करने के प्रयास में जुटा है। सुरक्षा की इस चूक के बाद, प्रशिक्षु डॉक्टरों ने कॉलेज परिसर में सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग की है। बल्ह पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार अन्य हमलावरों की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी लड़के लोकल हैं और उनमें से एक लड़का अस्पताल में वार्ड बॉय भी बताया जा रहा। इस तरह की वारदात को अंजाम देने के पीछे इनका क्या मकसद था पुलिस इसकी बारीकी से जांच कर रही है।

नेरचौक मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हुए हमले के बाद डॉक्टरों में भारी रोष है। इस घटना ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है और वे कॉलेज प्रबंधन से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं। डीएसपी हेडक्वार्टर देवराज ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है