नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट द्वारा सुजानपुर के चौगान में भारतीय सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज अगर भारत दुनिया की सबसे ताकतवर देश में शामिल है, दुनिया के सामने पूरी मजबूती से खड़ा है तो उसमें सेना का महत्वपूर्ण योगदान है। जब हम सर्दी गर्मी से बचकर कहीं आराम कर रहे होते हैं तो हमारी सेना कठिन से कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बिना परेशान हुए हमारी रक्षा के लिए तत्पर रहती है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सेना के इसी शौर्य, पराक्रम और बलिदान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। इसी दिन 1949 को फील्ड मार्शल करिअप्पा ने भारतीय सेवा की कमान अपने हाथों में ली थी। यह दिन न केवल भारतीय सेना की बहादुरी, अनुशासन और बलिदान को सलाम करने का है, बल्कि हर भारतीय नागरिक के दिल में देशभक्ति और गर्व का भाव जागृत करने का भी दिन है।  यह दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारी आज़ादी और सुरक्षा के लिए हमारे सैनिकों ने कितना बड़ा योगदान दिया है। यह दिन सेना के साहस और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। यह सेना की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है जो वे देश की सुरक्षा के लिए दिखाते हैं। हिमाचल प्रदेश, जिसे “वीरभूमि” के नाम से भी जाना जाता है, ने भारतीय सेना को न केवल वीर सैनिक दिए हैं, बल्कि अपने साहस और बलिदान से पूरे देश का मान बढ़ाया है। हिमाचल के हर गाँव, हर घर में कोई न कोई भारतीय सेना का हिस्सा रहा है या होगा। यह राज्य वीरता और देशभक्ति का प्रतीक है।

मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सेना के मनोबल को बढ़ाने के लिए नरेंद्र मोदी की सरकार ने सेना को खुली छूट दी है। नए भारत में हमारी सेना को दुश्मनों का जवाब देने के लिए इजाजत की जरूरत नहीं पड़ती है। दुश्मन अगर गोली चलाता है तो हमारी सेना उसका जवाब गोले से देती है। हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय सेना अब जरूरत पड़ने पर दुश्मनों के देश में घुसकर उनका सफाया करती है। जिस भाषा में दुश्मन समझेगा हमारी सेना दुश्मनों को उसी भाषा में जवाब दे रही हैं।