हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों ने फिर बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। राज्य के कुल्लू, लाहाैल-स्पीति, मंडी, शिमला, किन्नाैर, कांगड़ा व सिरमाैर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बीती रात से रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। निचले क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई है। ताजा बर्फबारी से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। शिमला शहर में बारिश के साथ हल्की बर्फबारी दर्ज की गई। धर्मशाला में बारिश हो रही है। धौलाधार की पहाड़ियों पर भी ताजा हिमपात हुआ है। 

माैसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 16, 21 व 22 जनवरी को मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। जबकि निचले पर्वतीय-मैदानी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसी तरह  17 से 20 जनवरी तक राज्य के मध्य और उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं निचले पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट है।

नारकंडा और आसपास के क्षेत्र में एक से तीन इंच ताजा बर्फबारी हुई है। फिसलन के चलते नारकंडा क्षेत्र में हाईवे बाधित है। सैंज से शिमला के लिए यातायात को लुहरी-सुन्नी के रास्ते डायवर्ट किया गया है। सड़क बहाली के लिए मशीनरी को तैनात किया गया है। छराबड़ा से कुफरी-फागू क्षेत्र में बर्फबारी से सड़क पर फिसलन है। ऊपरी शिमला के खिड़की, खड़ापत्थर में भी बर्फबारी से आवाजाही प्रभावित हुई है। 

अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में 5-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। इसके बाद, निचले पहाड़ी-मैदानी और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 3-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। जबकि 4-5 दिनों के दौरान ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। वहीं राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। 15 से 20 जनवरी तक निचले पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट है।