सिरमौर के 14 शिक्षा खंडों में कार्य कर रहे प्राइमरी बीआरसीसी में से 12 बीआरसीसी को हटा दिया गया है। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने कार्यालय निर्देश जारी कर इन बीआरसीसी को ऐसे प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति दी है, जहां शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं। वर्तमान में सिरमौर जिले में 15 शिक्षा खंड हैं। इनमें से 14 शिक्षा खंडों में समग्र शिक्षा अभियान में बीआरसीसी प्राइमरी और बीआरसीसी अपर कार्य कर रहे थे। एक शिक्षा खंड खोड़ोवाला हाल ही में अस्तित्व में आया है
इस कारण इस शिक्षा खंड में कोई भी बीआरसीसी नियुक्त नहीं है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने जिले के 14 में से 12 शिक्षा खंडों में कार्य कर रहे बीआरसीसी को हटाकर स्कूलों में तैनाती दी है। शिक्षा खंड नाहन और माजरा में कार्यरत बीआरसीसी टीजीटी पदनाम होने के कारण उनको अभी हटाया नहीं जा सका है। उम्मीद है एक-दो दिन में अपर बीआरसीसी के साथ-साथ शेष दो प्राइमरी बीआरसीसी को भी हटाकर स्कूलों में नियुक्त कर दिया जाएगा। कार्यवाहक प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक राजीव ठाकुर ने बीआरसीसी को हटाने की पुष्टि की है।
बीआरसीसी का रोल
समग्र शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की तमाम योजनाओं को लागू करने में बीआरसीसी का अहम रोल है। बीआरसीसी को पढऩे-लिखने के नए-नए तरीकों को लेकर पहले प्रशिक्षित किया गया था। इसके बाद बीआरसीसी अपने अधीन आने वाले स्कूलों के शिक्षकों को बच्चों को खेल-खेल और आसान तरीके से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करने का कार्य कर रहे थे।