
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल के नेतृत्व में विदेश जा रही स्वास्थ्य विभाग की 10 सदस्यीय टीम का दौरा रद्द हो गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल अपने बेटे सहित 10 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ लंदन व फ्रांस के दौरे पर जाना था। इस संबंध में सरकारी की ओर से विदेश मंत्रालय को भी सूचित कर दिया गया था। अधिसूचना के अनुसार शांडिल के बेटे कर्नल डॉ. संजय शांडिल ने भी साथ जाना था। लेकिन सोशल मीडिया पर दौरे पर उंगलियां उठने के बाद शांडिल ने स्पष्टीकरण किया। शनिवार को उन्होंने कहा कि अभी विदेश दाैरे पर नहीं जा रहे, आगे जाएंगे। कहा कि तथ्य पता कर ही कुछ लिखा जाना चाहिए। विदेशों में स्वास्थ्य क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है। वहां से तकनीक को सीखकर यहां लागू किया जाना है। बेटे के विदेश दौरे पर जाने को लेकर मंत्री ने स्वीकार किया कि बेटा-बहू दोनों ने जाना था। परिजन निजी खर्च पर जा सकते हैं।
बता दें, सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार राज्य के प्रमुख नीति निर्माता प्रशासकों और चिकित्सा पेशेवरों की 2 से 11 अक्तूबर तक लंदन और फ्रांस की विदेश यात्रा जाना था। इसके लिए राज्य सरकार ने 10 (दस) सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के नामांकन को मंजूरी दी, जो विकसित देशों के समान राज्य में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य सेवा अनुभव प्राप्त करेंगे। ताकि प्रदेश स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए नवीन स्वास्थ्य सेवा मॉडल, चिकित्सा प्रगति और नीतिगत ढांचे का पता लगाया जा सके।
प्रतिनिधिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल, विधायक ज्वालामुखी संजय रतन, विधायक सुजानपुर कैप्टन रणजीत राणा, सचिव (स्वास्थ्य) एम सुधा देवी, निदेशक स्वास्थ्य सेवाए डॉ. गोपाल बेरी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशक प्रदीप ठाकुर, हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक दिव्यांशु सिंघल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डॉ. राकेश शर्मा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. अनादि गुप्ता के अलावा कर्नज (डॉ.) संजय शांडिल शामिल थे। अब दाैरा रद्द हो गया है।