हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) बसों में पहली बार बिना यात्री सामान भेजने की सुविधा मिलेगी। निगम प्रबंधन ने लोगों की सुविधा, आय बढ़ाने और परिचालकों की मनमानी रोकने के लिए बसों में ले जाने वाले सामान के टिकट की दरें तय की हैं। सब्जी, फल, फूल सहित लोग अब ऑफिस और डाइनिंग चेयर, टेबल, सोफा सेट, बेड बॉक्स और अलमारी भी निगम की बसों पर ले जा सकेंगे। नई दरों में यात्री अब सफर के दौरान बिना अतिरिक्त किराया चुकाए 30 किलो घरेलू सामान या दो बैग साथ ले जा सकेंगे। पहले 30 किलो सामान ही मुफ्त जाता था।
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40 किलो का आधा टिकट और 80 किलो का पूरा टिकट बनता था। अब 30 किलो से अधिक सामान के लिए 15 किलो का एक चौथाई टिकट लेना होगा। पहले 25 किलो पर एक चौथाई टिकट लेना होता था। सेब का हाफ बॉक्स मुफ्त जाएगा। फुल बॉक्स के लिए आधा टिकट लगेगा। बिना यात्री हाफ बॉक्स के लिए आधा टिकट, फुल बॉक्स के लिए पूरा टिकट लगेगा। अब तक एक यात्री अपने साथ सेब का एक फुल बॉक्स मुफ्त ले जा सकता था। पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, एसिड, गन पाउडर, गुटका, पान मसाला सहित 25 अन्य सामान ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। यात्री के साथ दो लैपटॉप मुफ्त और बिना यात्री के पूरे टिकट के पैसे देने होंगे।
यात्रियों को सुविधा मिलेगी, आय भी बढ़ेगी
यात्रियों की सुविधा, आय में बढ़ोतरी और गड़बड़ी करने वालों पर नकेल के लिए व्यवस्था लागू की है। कुछ लोग बिना यात्रा किए बसों से सामान भेजते हैं, लेकिन निगम को इससे आय नहीं हो रही, अब यात्री साथ हो या न हो सामान की टिकट अनिवार्य होगी।– रोहन चंद ठाकुर, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी
बिना टिकट सामान मिला तो कंडक्टर ड्राइवर नपेंगे
नई व्यवस्था के तहत अब अगर बस में बिना टिकट सामान मिला कंडक्टर, ड्राइवर पर कार्रवाई होगी। दोषी पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान किया गया है।
किराये की सूची
सामान यात्री संग बिना यात्री
कुर्सी एक चौथाई आधा टिकट
टेबल एक टिकट दो टिकट
सोफा सेट दो टिकट चार टिकट
बेड आधा टिकट एक टिकट
एक बेड बॉक्स एक टिकट दो टिकट
अलमारी बड़ी दो टिकट चार टिकट
सिलाई मशीन एक चौथाई आधा टिकट
साइकिल आधा टिकट एक टिकट
कंप्यूटर आधा टिकट एक टिकट
टीवी 40 इंच आधा टिकट एक टिकट
वाशिंग मशीन एक टिकट दो टिकट
फल, सब्जी 20 किलो तक एक चौथाई व 20 किलो से ज्यादा पर आधा टिकट
बिना कैरियर बसों में कैसे जाएगा सामान
दिल्ली सहित अन्य लंबी दूरी के रूटों पर निगम की बिना कैरियर वाली बीएस-6 बसें संचालित की जा रही हैं। इन बसों में छोटी डिग्गी की सुविधा है ऐसे में लंबी दूरी के लिए भारी सामान का परिवहन कैसे होगा यह बड़ा सवाल है।