अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में विश्वकप के पांच मैचों के सफल आयोजन के लिए एचपीसीए पदाधिकारी 26 सितंबर को बारिश के देवता इंद्रुनाग की शरण में जाएंगे। खनियारा स्थित इंद्रुनाग मंदिर में पदाधिकारी विशेष पूजा के साथ हवन भी करवाएंगे। कन्या पूजन कर देवता से मैचों के दौरान बारिश खलल न न डाले, इसका आशीर्वाद लेंगे। धर्मशाला स्टेडियम में होने वाले मैचों के दौरान एचपीसीए पदाधिकारी पहले भी इंद्रुनाग देवता के मंदिर में हाजरी लगा बारिश न होने की प्रार्थना करते आए हैं।
मंदिर में पूजा और हवन के बाद मैचों के दौरान मौसम साफ रहता है। वर्ष 2019 और 2020 में बारिश के कारण दो अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हो पाए थे। वर्ष 2022 में 26-27 फरवरी को हुए श्रीलंका-भारत के बीच टी-20 मैचों पर भी मौसम विभाग के अनुसार बारिश का साया मंडरा रहा था, लेकिन एचपीसीए के इंद्रुनाग की शरण में जाने के बाद मैदान में बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ी और दोनों टी-20 मैच हुए।
प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अवनीश परमार ने बताया कि विश्व कप के मैचों के दौरान बारिश कोई खलल न डाले, इसके लिए 26 सितंबर को खनियारा स्थित इंद्रुनाग मंदिर में पूजा और हवन का किया जाएगा। देवता से मैचों के सफल आयोजन की प्रार्थना की जाएगी। उन्हें पूरी उम्मीद है कि मैचों के दौरान देवता का पूरा आशीर्वाद रहेगा। इस दिन स्थानीय लोगों के लिए मंदिर में भंडारे का भी आयोजन होगा।
बिना खराब मौसम भी होती है बारिश
इंद्रुनाग देवता को बारिश का देवता भी कहा जाता है। अगर देवता नाराज हो जाए तो बिना खराब मौसम के भी बारिश हो सकती है। वहीं, देवता के आशीर्वाद से मौसम खराब रहने के बाद भी बारिश नहीं होती है।