सोलन जिला के अर्की उपमण्डल में लगभग 06 करोड़ रुपए की लागत से नवगांव खड्ड पर निर्माणाधीन पेयजल आपूर्ति योजना क्षेत्र की 08 ग्राम पंचायतों के लिए वरदान सिद्ध होगी। यह जानकारी आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने दी।
उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कशलोग, सेवड़ा चण्डी, पारनू, संघोई, मांगू, गियाणा, नवगांव और दाड़लाघाट के निवासियों को यह पेयजल आपूर्ति योजना पानी की कमी से छुटकारा दिलाएगी। इस परियोजना से इन 08 ग्राम पंचायतों के 71 गांवों के लगभग 09 हजार लोग लाभान्वित होंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि नवगांव खड्ड पर निर्माणाधीन इस पेयजल आपूर्ति योजना से बिलासपुर जिला की जलापूर्ति योजनाओं पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर नवगांव खड्ड में जल बहाव का वैज्ञानिक पद्धति से गणितीय आकलन किया गया है। जिसमें यह पाया गया कि यदि वर्तमान समय के अनुरूप चार से पांच माह तक बारिश न हो तो भी इस खड्ड में नीचे की ओर जल बहाव लगभग 380 एलपीएस पाया गया है, जबकि इस निर्माणाधीन योजना के लिए जल मांग केवल 10.53 एलपीएस है। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन योजना के बिन्दु तक कुल जलग्रहण क्षेत्र का लगभग 89 प्रतिशत सोलन जिला में है। उन्होंने कहा कि नवगांव खड्ड में समुचित जल उपलब्धतता के अनुरूप ही अर्की विधानसभा क्षेत्र की 08 ग्राम पंचायतों के 71 गांवों के लिए पेयजल योजना निर्मित करने का निर्णय लिया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस योजना से इन 08 ग्राम पंचायतों के निवासियों को लाभान्वित किया जाएगा और किसी अन्य इकाई को इस योजना से जलापूर्ति नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ शरारती तत्वों द्वारा भ्रामक प्रचार किया जा रहा है जोकि पूरी तरह से तथ्यहीन व आधारहीन है। उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्ण रूप से सोलन जिला में निर्मित की जा रही है और इससे जल स्त्रोत एवं उस पर निर्भर अन्य जनसंख्या को कोई हानि नहीं होगी। ऐसे में लोगों को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना के सम्बन्ध में विभिन्न शंकाओं का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक संयुक्त निरीक्षण समिति गठित की गई थी। इस समिति में जल शक्ति वृत्त सोलन और बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता तथा जल शक्ति मण्डल बिलासपुर एवं अर्की के अधिशाषी अभियंता शामिल थे। इस समिति ने सभी पहलुओं का गहन निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि इस परियोजना के निर्माण से जल बहाव क्षेत्र के नीचे स्थित योजनाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस संदर्भ में जल शक्ति विभाग की भू-जल सेल के वरिष्ठ जल भूविज्ञानी ने भी योजना स्थल के निरीक्षण के उपरांत स्पष्ट किया है कि नवगांव खड्ड पर इस पेयजल योजना के निर्माण से कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पेयजल मूलभूत आवश्यकता है और सरकार द्वारा सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित बनाया जा रहा है।