रेलवे की विजिलेंस जांच रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज के रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 6 अगस्त 2021 को आयोजित डीजीसीई परीक्षा का पेपर लीक करके 50-60 अभ्यर्थियों को पढ़वाया गया था। मामले में पेपर लीक कराने के बदले पैसा लेने वाले 11 रेलकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
प्रयागराज रेलवे भर्ती बोर्ड की डीजीसीई (जनरल डिपार्टमेंट कंपटीटिव एग्जाम) का पेपर लीक मामले में सीबीआई ने राजस्थान और यूपी में 11 ठिकानों पर छापा मारा है। सीबीआई की टीमों ने प्रयागराज, नोएडा, अलीगढ़, मथुरा, चित्रकूट व राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, करौली, अलवर, सवाई माधोपुर में क साथ छापा मारकर दस्तावेज बरामद किए हैं।
रेलवे बोर्ड के उपनिदेशक विजिलेंस अनिल कुमार मीना की शिकायत पर सीबीआई लखनऊ, की एंटी करप्शन ब्रांच ने परीक्षा देने वाले और पेपर लीक कराने के बदले पैसा लेने वाले 11 रेलकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, परीक्षा कराने वाली एजेंसी अपटेक लि. को भी आरोपी बनाया गया है।
रेलवे ने शिकायत में अपनी विजिलेंस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज के रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 6 अगस्त 2021 को आयोजित डीजीसीई परीक्षा का पेपर लीक करके 50-60 अभ्यर्थियों को पढ़वाया गया था।
ट्रैक मेंटेनर राजस्थान के भरतपुर के भूप सिंह, वेगराज, महावीर सिंह व प्रीतम सिंह, अलवर का जितेंद्र कुमार मीना, सवाई माधोपुर का प्रमोद कुमार मीना, टोंक का हंसराज मीना, अलीगढ़ का धर्म देव, करौली का प्रशांत कुमार मीना, जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य अभियंता कार्यालय का कार्यालय अधीक्षक मान सिंह के अलावा नोएडा का पार्सल पोर्टर मोहित भाटी शामिल है।