किश्तवाड़ से 45 किमी दूर छात्रू इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो जवान बलिदान हो गए। दो अन्य गंभीर घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर उधमपुर के कमान अस्पताल पहुंचाया गया है। बलिदानी जवानों की पहचान व्हाइट नाइट कोर के नायब सूबेदार विपिन कुमार व सिपाही अरविंद सिंह के रूप में हुई है। बलिदानी अरविंद सिंह(27) हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के लहद गांव के निवासी थे। अरविंद के बलिदान होने की सूचना मिलते ही पैतृक गांव में मातम छा गया है। बेटे की शहादत की सूचना पाकर माता बेसुध हैं। पत्नी पर दूखों का पहाड़ टूट गया है। 15 महीने का बेटा है, जिसने अभी तक अपने  पिता का मुंह तक ढंग से नहीं देखा था।

अब उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। शहादत की खबर मिलने के बाद घर में चूल्हा तक नहीं जला है। आसपास के लोग भी परिजनों को सांत्वना देने के लिए इकट्ठा हो गए हैं। परिजन नम आंखों से बलिदानी जवान की पार्थिक देह का इंतजार कर रहे हैं। अरविंद का छोटा भाई भी भारतीय सेना में ही सेवाएं दे रहा है। जैसे ही भाई के बलिदान होने की खबर मिली वह तुरंत घर आ गया। शहीद के दादा भी भारतीय सेना में ही थे। पिता रजिंद्र सिंह ने कहा कि सैनिक अधिकारी से बात हुई है, उन्होंने शाम तक पार्थिव देह पहुंचने की संभावना बताई है।