पुलिस थाना धर्मशाला के तहत ग्राम पंचायत रक्कड़ के वार्ड नंबर एक में वीरवार शाम आर्थिक तंगी के चलते पहले पत्नी ने आत्महत्या कर ली, जबकि वीरवार रात को पति ने भी फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। मृतकों की पहचान विक्रम थापा और करुणा थापा निवासी रक्कड़ धर्मशाला के रूप में हुई है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दो आरोपियों को मामला दर्ज करने के बाद हिरासत में ले लिया है
मिली जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले विक्रम थापा ने अपनी पत्नी करुणा थापा के नाम से मरीन सिक्योरिटी कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई थी। दोनों की कंपनी अच्छी चल रही थी। कुछ समय बाद उन्होंने कंपनी के संचालन का जिम्मा उत्तम चंद निवासी सिद्धबाड़ी धर्मशाला और केरल राज्य के निवासी जेपी बेबी को दिया। शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन बाद में इन लोगों ने एक सब कंपनी बना ली।
मुख्य कंपनी को आने वाले काम अपनी कंपनी से करवाने लगे। विक्रम थापा की कंपनी को खत्म कर दिया। इसके चलते विक्रम और करुणा का परिवार बहुत आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। जब उन्होंने उत्तम चंद और जेपी बेबी को अपनी कंपनी वापस करने के लिए कहा तो इन्होंने इनकार कर दिया और धमकाने लगे। आय का कोई और साधन न होने के चलते इन लोगों का घर भी नीलाम होने की स्थिति में आ गया। आर्थिक तंगी से तनाव में चल रही करुणा थापा ने वीरवार दोपहर बाद करीब चार बजे आत्महत्या कर ली।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को विक्रम ने यह सारी बात बताई। पुलिस जांच के बाद रात को विक्रम ने सुसाइड नोट लिखा। उत्तम चंद और जेपी बेबी को मौत का कारण बताते हुए खुद भी आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह पड़ोसी जब उनके घर गए तो उन्हें इसका पता चला। विक्रम थापा के बयान और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। 13 साल की बेटी और छह साल का बेटा छोड़ गए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि आत्महत्या का कारण बने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है