मणिमहेश यात्रा के दौरान घोड़ा, खच्चर किराये से लेकर खाने पीने की वस्तुओं का शुल्क मणिमहेश न्यास ने तय कर दिए हैं। हड़सर से मणिमहेश घोड़े पर आने जाने का किराया प्रति सवारी 4,400 रुपये रहेगा। घोड़ा 13 घंटे में एकतरफा सफर करेगा। एकतरफा किराया प्रति सवारी 2300 रुपये होगा। अधिक पैसे वसूलने पर सख्त कार्रवाई होगी। खाने में फुल डाइट भरमौर और हड़सर में 120 रुपये होगी। इसमें चावल, चपाती, कढ़ी, सब्जी और दाल मिलेगी। धन्छौ और सुंदरासी में फुट डाइट 140 और गौरीकुंड, मणिमहेश में श्रद्धालुओं को 150 रुपये में खाना मिलेगा। मैगी की प्लेट भरमौर और हड़सर में 30 रूपये, धन्छौ और सुंदरासी में 40 और गौरीकुंड और मणिमहेश में 50 रुपये में मिलेगी।   इसी तरह टैक्सी में भरमौर से भरमाणी माता प्रति सवारी 100 रुपये किराया लिया जाएगा।

जबकि, हड़सर 80 और कुगति जाने के लिए प्रति सवारी 150 रुपये किराया होगा। टैक्सी को बुक करने के लिए भी प्रशासन ने किराया निर्धारित कर दिया है। इसको लेकर सभी टैक्सी संचालको को सूचित कर दिया गया है। पैदल चलने में असमर्थ श्रद्धालु ज्यादातर घोड़े और खच्चरों में यात्रा करते हैं। इसलिए प्रशासन ने प्रति सवारी रेट तय कर दिए हैं। इसमें हड़सर से धन्छौ प्रति सवारी किराया 1000 रुपये किराया होगा।  हड़सर से सुंदरासी 1,500, हड़सर से गौरीकुंड 2,300, धन्छौ से गौरीकुंड 1,200, धन्छौ से मणिमहेश 1,500, सुंदरासी से गौरीकुंड 750, सुंदरासी से मणिमहेश 800 और गौरीकुंड से मणिमहेश प्रति सवारी 300 रुपये शुल्क लिया जाएगा। यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों में रुकने पर श्रद्धालु से 200 रुपये प्रति बिस्तर शुल्क लिया जाएगा। 

हेली टैक्सीः 550 श्रद्धालुओं ने करवाया पंजीकरण
मणिमहेश यात्रा के लिए हेली टैक्सी से यात्रा करने के लिए 550 श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं। इसका किराया 9 हजार है। सात मिनट का समय लगेगा। हेली टैक्सी सेवा शुरू होते ही भरमौर से चॉपर श्रद्धालुओं को गौरीकुंड छोड़ने और लाने का कार्य शुरू कर देगा।  शुक्रवार को मणिमहेश यात्रियों का ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू हो गया। इसके लिए प्रशासन की तरफ से विभिन्न स्थानों पर पंजीकरण के लिए कर्मचारी बैठाए गए। बिना पंजीकरण किसी भी श्रद्धालु को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने पहले ही सभी श्रद्धालुओं को सचेत कर दिया है। इस बार मणिमहेश यात्रा को प्रशासन ने 13 सेक्टरों में बांटा है।   इसमें हर सेक्टर में एक सेक्टर अधिकारी और तीन अन्य कर्मचारी तैनात रहेंगे। नागरिक उपमंडल अधिकारी और मणिमहेश न्यास के सचिव कुलवीर सिंह राणा ने मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह यात्रा पर जाने से पहले अपना पंजीकरण जरूर करवाएं। हेली टैक्सी सेवा तीन सितंबर से शुरू हो जाएगी। इस बार एक ही कंपनी हेली टैक्सी की सेवा श्रद्धालुओं को देगी। इस बार जन्माष्टमी का पवित्र स्नान सात सितंबर को होगा।