हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी के चलते बुधवार शाम तक राज्य में चार नेशनल हाईवे व 405 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं। सबसे अधिक 288 सड़कें लाहौल-स्पीति जिले में बंद हैं। चंबा जिले में 83 सड़कें अवरुद्ध हैं। वहीं, राज्य में 577 बिजली ट्रांसफार्मर और 17 पेयजल आपूर्ति स्कीमें भी ठप हैं। उधर, पर्यटन नगरी मनाली व आसपास के इलाकों में इस सर्दी के सीजन और नए साल की दूसरी बर्फबारी हुई गई है।
चंबा के 543 गावों में दो दिन से बिजली आपूर्ति बंद है। मंगलवार रात को मनाली शहर और आसपास के इलाकों में बर्फबारी हुई। शहर में करीब चार सेंटीमीटर, जबकि ढूंगरी, नसोगी, ओल्ड मनाली में पांच से सात सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई। इसके अलावा सोलंगनाला में 80 सेंटीमीटर, अटल टनल के साउथ पोर्टल 150, रोहतांग दर्रा 210 और जलोड़ी दर्रा में 25 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।  बुधवार को मौसम खुलने के बाद बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। फिलहाल पर्यटक वाहन नेहरूकुंड तक भेजे जा रहे हैं। वहीं, शिमला जिले के ऊपरी कई क्षेत्रों में भी बुधवार को बारिश-बर्फबारी हुई है। चौपाल के थरोच, शिल्ला व अन्य कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी दर्ज की गई है। राजधानी शिमला में दिनभर धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए रहे।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज भी प्रदेश के कुछ भागों में अंधड़ चलने व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया गया है। उच्च पर्वतीय कुछ भागों में 25 फरवरी तक मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। उधर, 24 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से 26 व 27 फरवरी को प्रदेश में फिर बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है।

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