हिमाचल प्रदेश आज 76 साल का हो गया। 15 अप्रैल, 1948 के दिन यह राज्य अस्तित्व में आया था। राज्यस्तरीय समारोह हिमाचल दिवस का आयोजन रिज मैदान शिमला में होगा। इसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। आमतौर पर 15 अप्रैल को आयोजित किए जाने हिमाचल दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री ही उपस्थित होते हैं, मगर इस बार लोकसभा चुनाव के चलते आदर्श चुनाव आचार संहिता लगी है। इसलिए इस बार राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल करेंगे। रिज मैदान पर यह समारोह 11 बजे होगा। इस अवसर पर सभी जिलों के लोक कलाकार भी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। 

15 अप्रैल, 1948 में पंजाब और शिमला के 30 पहाड़ी राज्यों के विलय के बाद अस्तित्व में आए हिमाचल प्रदेश ने अब तक कई मुकाम छुए हैं। हर क्षेत्र में शून्य से शुरुआत करने वाला हिमाचल आज हर क्षेत्र में आगे है।

1948 में हिमाचल प्रदेश में साक्षरता दर सात फीसदी थी, जो कि आज 76 साल बाद 82.80 फीसदी तक पहुंच चुकी है। प्रदेश में तीन एयरपोर्ट हैं, जिनकी 1948 में संख्या शून्य थी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रदेश ने अग्रणी मुकाम हासिल किया है। शून्य से शुरुआत करने वाले हिमाचल में अब एक एम्स, एक सेटेलाइट पीजीआई सहित पांच मेडिकल कॉलेज, पांच डेंटल कॉलेज, कई नर्सिंग और फार्मेसी कॉलेज हैं। शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल के पास एक ट्रिपल आईटी, एक आईआईटी, तीन स्वायत इंजीनियरिंग संस्थान और दर्जनों इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। यहां पर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के दूसरे राज्यों के छात्र शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। वर्ष 1948 में हिमाचल के लोगों की प्रति व्यक्ति आय 240 रुपये थे, जो कि मौजूदा समय में 2,35,199 रुपये पहुंच चुकी है।