उपायुक्त मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में आज यहां ज़िला टास्क फोर्स एवं ज़िला स्तरीय समन्वय समिति के अंतर्गत स्कूलों में स्वास्थ्य एवं वेलनेस कार्यक्रम, सप्ताहिक टीकाकरण व दवाइयों का कार्य, सघन डायरिया नियंत्रण, गर्मी से सम्बन्धित रोग इत्यादि के प्रभावी क्रियान्वयन पर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि ज़िला में 15 से 30 जून तक सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (आईडीपी सीएफ) के अंतर्गत 05 वर्ष तक की आयु के 65000 बच्चों को जिंक की गोलियां तथा ओआरएस के पैकेट वितरित किए जाएंगे। इस अवधि में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट वितरित करेंगे तथा लोगों को डायरिया नियंत्रण के बारे जागरूक भी करेंगी।  
उन्होंने अभियान के निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के उचित दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में जानकारी दी गई कि 666 स्कूलों में स्वास्थ्य एवं कल्याण राजदूतों जा चुका है और एमआर सर्विलांस की भी समीक्षा की गई है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण के अंतर्गत ज़िला के सभी स्वास्थ्य उपखंडों में जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट की समुचित मात्रा में उपलब्धता को सुनिश्चित कर दिया गया है। बैठक में कार्यवाही का संचालन स्वास्थ्य विभाग के ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डाक्टर गगन दीप हंस ने किया।
 इस अवसर पर ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन, बीएमओ नालागढ़ डॉ. मुक्ता रस्तोगी, बीएमओ चंडी डॉ. उदित, बीएमओ सायरी डॉ. अल्पना सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।