देश और प्रदेश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली से जीनोम स्टडी परीक्षण के लिए 35 सैंपल भेजे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने वैरिएंट में बदलाव की आशंका जताई है। इन सैंपलों का परीक्षण दिल्ली, पुणे और मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज लैब में होगा। जांच के करीब 15 दिन बाद इसकी रिपोर्ट सीआरआई कसौली और स्वास्थ्य महकमे के पास आएगी। इसके बाद ही नए वैरिएंट का खुलासा होगा। ये सैंपल रैंडम आधार पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए गए हैं।
गोर रहे कि प्रदेश से जीनोम स्टडी के लिए सैंपल दिल्ली प्रयोगशाला भेजे जा रहे थे। अब विभाग ने पुणे और मंडी के नेरचौक में भी परीक्षण के लिए सैंपल भेजने शुरू कर दिए हैं। इन तीनों की रिपोर्ट आने के बाद विभाग इस पर मंथन करेगा। इससे पहले जिला सोलन से आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने वाले लोगों के सैंपल दिसंबर में जीनोम स्टडी के लिए भेजे थे।
इस स्टडी की रिपोर्ट में कुछ सैंपलों में ऑमिक्रोन वैरिएंट पाया गया था। लेकिन, मार्च के अंत में फिर कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़े हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं भी बढ़ी हैं। जहां पिछले दिनों ओमिक्रोन बीएफ-सात के फैलने की आशंका थी। वहीं, अब नए वैरिएंट की आशंका विभाग जता रहा है। इसका पता कुछ दिनों में चल जाएगा। हालांकि, कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कसी हुई है और मास्क लगाने की एडवाइजरी जारी की है।
कोरोना के मामले पिछले कुछ दिनों में बढ़े हैं। ऐसे में यह पता लगाना आवश्यक हो जाता है कि कहीं कोरोना के वैरिएंट में बदलाव तो नहीं हो गया है। इसका पता लगाने के लिए 35 सैंपल जीनोम स्टडी के लिए भेजे हैं। इन सैंपलों की रिपोर्ट 15 दिन में आ जाएगी। विभाग ने कोरोना वायरस के मामलों को लेकर कमर कसी हुई है। सैंपलिंग भी बढ़ा दी है।–