हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने धर्मशाला डिपो के लिए आईं इलेक्ट्रिक बसों की सुविधाओं को स्वयं जांचा। इस दौरान उन्होंने स्वयं बस चलाकर इसका ट्रायल किया। उन्होंने धर्मशाला बस स्टैंड से लेकर माता कुनाल पत्थरी मंदिर तक बस चलाई और इस दौरान बस में मौजूद कंपनी के पदाधिकारियों को टेक्नीकल स्टाफ से बस में दी गई सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। गुरुवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने इन सभी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करना था, लेकिन मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री का दौरा स्थगित होने के चलते शुभारंभ कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। वहीं, धर्मशाला पहुंचे एमडी ने सभी बसों को जांचा और स्वयं एक बस को चलाकर भी देखा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत 15 इलेक्ट्रिक बसें धर्मशाला डिपो को मिली हैं। इन्हें विभिन्न क्षेत्रों में चलाया जाएगा। एक बस की कीमत 1.25 करोड़ के करीब है और सिंगल चार्ज पर 150 किलोमीटर का सफर तय करती है। एचआरटीसी की डीजल बस एक लीटर में 3.5 किलोमीटर चलती है, जिस पर 30-35 रुपये डीजल का खर्च आता है और एक डीजल बस की आपरेशन कॉस्ट 57 रुपये के करीब पड़ती है, जबकि इलेक्ट्रिक बस में प्रति किलोमीटर 33 रुपये खर्च आएगा। ऐसे में निश्चित तौर पर इलेक्ट्रिक बस से 24-25 रुपये का फायदा होगा। संदीप कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का विजन है कि प्रदेश में अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक बसें और अन्य वाहन हों, ऐसे में भविष्य में देखते हैं कि कितनी डीजल बसों को इलेक्ट्रिक में रिप्लेस कर सकते हैं