प्रदेश के कई भागों में बुधवार रात को तबाही मचाने वाली बारिश हुई। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से कुछ स्थानों पर 1 व 2 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बुधवार रात को तबाही मचाने वाली बारिश हुई। प्रदेश के बागी, मलाणा, थलटूखोड़, समेज में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बादल फटने से 50 से अधिक लोग अभी लापता हैं। अब तक चार शव बरामद हुए हैं। करीब चार पुल व 15 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के आंकड़ों के अनुसार बुधवार रात को कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।
माैसम विभाग की ओर से राज्य में गुरुवार से शुक्रवार सुबह तक कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार कुल्लू, मंडी व कांगड़ा जिले के कुछ स्थानों पर भारी बारिश का रेड अलर्ट है। अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश के कई भागों में 7 अगस्त तक बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि मौसम विभाग की ओर से शुक्रवार सुबह तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। उन्होंने लोगों से इस दौरान एहतियात बरतने और नदी-नालों के करीब न जाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को सुदृढ़ किया गया है और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं।
जिला स्तर पर आपातकालीन नंबर जारी
हिमाचल सरकार की ओर से आपदा में 24 घंटे जनता की मदद के लिए जिला स्तर पर टीम बनाई गई है। सीएम सुक्खू ने कहा कि टीम किसी भी आपात स्थिति में लोगों की मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा निगरानी के लिए 13 स्थानों पर राज्य आपातकालीन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनके माध्यम से सभी संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी।