हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से सोमवार सुबह 10:00 बजे तक चार नेशनल हाईवे व 338 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं। सबसे ज्यादा सड़के शिमला, मंडी, कुल्लू व चंबा जिले में बाधित हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में 488 बिजली ट्रांसफार्मर व 116 जल आपूति योजनाएं प्रभावित हैं। इससे कई इलाकों में बिजली व पानी का संकट पैदा हो गया है। पंजाब के जेजों गांव में रविवार सुबह करीब 10:00 बजे एक इनोवा कार खड्ड के तेज बहाव में बह गई थी।
इससे कार में सवार ऊना के नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लापता हैं। एक युवक को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। एक अन्य हादसे में भारी बारिश के चलते ऊना के टाहलीवाल में बाथड़ी खड्ड में दो बहनों समेत तीन बच्चियों की बहने से मौत हो गई। चंबा के अंतर्गत ग्राम पंचायत प्रौथा में सोमवार सुबह बुआ व भतीजे की पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान अर्पणा(26) पत्नी प्यारो गांव ओथल चंबा व अक्षय(9) पुत्र चुन्नीलाल गांव ओथल के रूप में हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कई भागों में आज से 18 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शिमला में भी मौसम खराब बना हुआ है। बरसात को देखते हुए स्थानीय लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लोगों को अपनी यात्रा मौसम की स्थिति को देखते हुए तय करने को कहा गया है। सिरमौर, सोलन, शिमला व कांगड़ा में आगामी दो दिनों के दौरान भारी बारिश हो सकती है।अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिले के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बाढ़ का खतरा होने की संभावना है।