एचपीएमसी की ओर से मंडी मध्यस्थता योजना (एमआईएस) के तहत बागवानों से खरीदे जाने वाले सेब का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन रहेगा। एमआईएस की पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एचपीएमसी ने वेब पोर्टल तैयार किया है। बागवानों को पेमेंट भी पोर्टल की मदद से डीबीटी के जरिये सीधे बैंक खातों में होगी। एचपीएमसी के सीए स्टोर में सेब रखने के लिए बागवान बुकिंग भी पोर्टल की मदद से ऑनलाइन कर सकेंगे। एचपीएमसी के ओडी, गुम्मा, रोहड़ू, जरोल-टिक्कर और पतलीकूहल में सीए स्टोर हैं। सेब सीजन में एचपीएमसी करीब 30,000 बागवानों से हर साल 33,000 मीट्रिक टन सेब खरीदता है।

एचपीएमसी ने एमआईएस के तहत सेब खरीद शुरू कर दी है। निगम के खरीद केंद्रों पर सेब लेकर आने वाले बागवानों के मोबाइल नंबर पोर्टल से लिंक किए जा रहे हैं। सरकार से बजट मिलते ही सेब की पेमेंट डीबीटी के जरिये सीधे बागवानों के खातों में डाल दी जाएगी। अब तक बागवानों को सेब खरीद के बाद पर्चियां दी जाती थीं, फसल का पैसा लेने के लिए बागवानों को पर्चियां लेकर एचपीएमसी के केंद्रों पर जाना पड़ता था।

एमआईएस के तहत खरीदे गए सेब को प्रोसेसिंग प्लांट के लिए डिस्पैच करने और प्रोसेसिंग का पूरा रिकॉर्ड भी पोर्टल पर रहेगा। बागवान अगर एचपीएमसी की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे बागवानी सहायक उपकरण खरीदना चाहते हैं तो उसकी बुकिंग भी पोर्टल पर ऑनलाइन कर सकते हैं। उपकरण नजदीकी केंद्रों पर पहुंचने के बाद मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से बागवानों को अलर्ट भेजा जाएगा। एचपीएमसी के महाप्रबंधक सन्नी शर्मा ने बताया कि सेब बेचने आ रहे बागवानों के मोबाइल नंबर लिंक कर पूरा विवरण पोर्टल पर दर्ज किया जा रहा है।

एमआईएस के तहत सेब खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए वेब पोर्टल तैयार किया गया है। सेब खरीद का पूरा विवरण पोर्टल पर रहेगा और डीबीटी के माध्यम से खातों में पेमेंट होगी। सीए स्टोर बुकिंग और बागवानी सहायक उपकरणों की बुकिंग भी बागवान पोर्टल पर कर सकेंगे- जगत सिंह नेगी, बागवानी मंत्री, हिमाचल सरकार

110 केंद्रों पर अब तक खरीदा 1,000 मीट्रिक टन सेब
एचपीएमसी ने प्रदेश में 110 केंद्रों पर सेब खरीद शुरू कर दी है। शनिवार तक करीब 1,000 मीट्रिक टन सेब खरीदा जा चुका है। पराला सेब प्रसंस्करण यूनिट के लिए आसपास के क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर सेब खरीद हो रही है। बागवान छोटे आकार का सेब क्रेटों में भरकर खरीद केंद्रों तक ला रहे हैं, जहां से सेब को क्रेटों में ही पराला प्लांट पहुंचाया जा रहा है। पराला प्लांट की प्रोसेसिंग क्षमता 39,000 टन है।