मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के गृह जिले हमीरपुर में प्रारंभिक शिक्षा और उच्चतर शिक्षा विभाग के दोनों शिक्षा उपनिदेशकों का तबादला कर दिया गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के उपनिदेशक बिशंभर दास शर्मा का तबादला गृह जिला बिलासपुर के प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक के पद पर किया गया है। जबकि, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कुलभूषण राकेश का तबादला हमीरपुर में ही शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण विंग के पद पर किया गया है। यह वही कुलभूषण राकेश हैं, जिनकी गत दिवस सरकार ने शक्तियां छीनकर उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर राजकुमार को प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर की शक्तियां सौंपीं थीं।
हैरानी की बात है कि दोनों शिक्षा अधिकारियों के तबादलों के कारण खाली हुए उपनिदेशक के पदों पर जिले के ही दो विभिन्न स्कूलों के प्रिंसिपलों को अस्थायी तौर पर कार्यभार सौंपा गया है। विधानसभा क्षेत्र भोरंज के अंतर्गत आते राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगवाड़ा के प्रिंसिपल अशोक कुमार को प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर का अस्थायी रूप से कार्यभार सौंपा गया है। वहीं, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर मेें प्रतिनियुक्ति पर आई स्कूल प्रिंसिपल शकुंतला देवी को सरकार ने शिक्षा उपनिदेशक उच्चतर का अस्थायी तौर पर कार्यभार सौंपा है। हालांकि, इन दोनों स्कूल प्रधानाचार्यों को कानूनी तौर पर शिक्षा उपनिदेशक स्तर के अतिरिक्त वेतन भत्तों का कोई अधिकार नहीं दिया गया है और आगामी आदेशों तक यह दोनों नियुक्तियां अस्थायी रहेेंगी।
लेकिन, इन दोनों की शिक्षा उपनिदेशक के पद पर नियुक्तियां के कारण प्रदेशभर में वरिष्ठता सूची में सबसे ऊपर के स्कूल प्रधानाचार्यों में विरोध शुरू हो गया है। क्योंकि प्रदेश में कई ऐसे शिक्षा अधिकारी हैं, जिन्हें प्रधानाचार्य के पद पर सेवाएं देते नौ से 10 साल हो चुके हैं और अभी तक उन्हें शिक्षा उपनिदेशक बनने का मौका नहीं मिल पाया है। जबकि अब वरिष्ठता में उनसे नीचे के स्कूल प्रधानाचार्यों के शिक्षा उपनिदेशक बनाने से आगामी समय में शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से जारी होने वाले आदेश उन्हें हताश कर सकते हैं। दूसरी ओर जिला किन्नौर में सेवारत शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण बसंत कुमार को सैकड़ों किलोमीटर दूर जिला चंबा ट्रांसफर किया गया है। प्रदेश शिक्षा सचिव डॉ. अभिषेक जैन और अतिरिक्त सचिव नवनीत कपूर ने चार मई 2023 को यह तबादला आदेश जारी किए हैं।