प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सोशल मीडिया पर कांग्रेस को घेरने और इस पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के पलटवार के बाद हिमाचल प्रदेश में सियासी उबाल आ गया है। मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर हिमाचल, तेलंगाना, राजस्थान और छतीसगढ़ में कहीं भी विपक्षी दल की ओर से वादे पूरे नहीं करने की बात की तो इस पर मुख्यमंत्री ने भी सोशल मीडिया पर ही प्रधानमंत्री को संबोधित कर पोस्ट डालकर स्थिति स्पष्ट करते हुए प्रदेश में कांग्रेस की पांच गारंटियों के पूरा होने की जानकारी दी। दूसरे दिन शनिवार को भी इस मामले को लेकर हिमाचल की राजनीति में गरमाहट रही। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जहां वादे पूरे न करने के आरोप लगाकर सरकार को घेरा, वहीं भाजपा के अन्य नेता भी मुखर रहे। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा की ओर से चुनावी लाभ लेने को दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी राज्य सरकार का पक्ष रखा।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को अपने पार्टी के घोषणापत्र और पार्टी के छोटे-बड़े नेताओं के बयान फिर से सुनने चाहिए कि कैसी-कैसी गारंटियां कांग्रेस ने हिमाचल को दी थीं। इसके साथ ही पार्टी मुख्यालय में पड़े वह फॉर्म भी देखने चाहिए कि किस तरह से युवाओं को स्टार्टअप फंड देने और महिलाओं से सम्मान निधि के फॉर्म भरवाए गए थे। उसे देखकर शायद उन्हें याद आ जाए कि उन्हें किसलिए प्रदेश के लोगों ने बहुमत दिया था। प्रेस बयान जारी कर सरकार पर हमलावर जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री अब झूठ बोलना बंद कर दें तो प्रदेश पर बहुत बड़ी मेहरबानी होगी। अब तो उनके आलाकमान और राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी मान लिया है कि झूठ बोलने के कारण और बड़े-बड़े चुनावी वायदे करने के चलते ही आज कांग्रेस की यह स्थिति हुई है। कांग्रेस की सभी राज्य सरकारों की इसी झूठ की वजह से किरकिरी हो रही है। कांग्रेस के झूठ की वजह से आज कांग्रेस के गारंटियों की राजनीति ही समाप्त हो गई। हिमाचल और हिमाचल के नेताओं से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अब किनारा कर रहा है, लेकिन इससे कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलने वाली है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हिमाचल के बारे में जो कहा, उनका एक-एक शब्द शत-प्रतिशत सत्य है।