अधिष्ठात्री मां शूलिनी ने राज्यस्तरीय मेले को कबूल कर लिया है। इसे लेकर मां के कल्याणें और पुजारियों ने विशेष पूजा के दौरान यह आर्शीवाद लिया। इसके बाद दोनों बहनों की पूजा-अर्चना की गई और भोग लगाया गया। रविवार को भी गंज बाजार स्थित मंदिर में माता के दर्शनार्थ लोगोंं की लंबी कतारें लगी रही। सुबह से ही दोनों बहनों के एक साथ दर्शन करने के लिए लोग भी काफी उत्साहित दिखे। वहीं रात 10:00 बजे माता मंदिर के लिए लौटी और रात 11:00 बजे मंदिर पहुंची

गौर रहे कि मां शूलिनी पालकी में सवार होकर शुक्रवार को अपनी बहन से मिलने के लिए निकली थी। इसी के साथ जिला मुख्यालय सोलन में राज्यस्तरीय मेले का भी शुभारंभ हुआ था। मां की पालकी को पूरे शहर का भ्रमण करवाया गया और देर रात मां शूलिनी अपनी बहन के पास पहुंची। तीन दिन रुकने के बाद रविवार को करीब रात 10:00 बजे अपनी मंदिर वापस चली गई। मेले के तीसरे दिन माता के दर्शन के लिए दूर दराज क्षेत्रों से लोग पहुंचे। जिन्होंने दिनभर लंबी कतारों में लगकर दर्शन किए। यह कतारें रात 09:00 बजे तक मंदिर के बाहर लगी रही। वहीं मंदिर में विशेष भजन संध्या भी तीनों दिन चली रही। उधर, उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर ने बताया कि माता ने मेला कबूल लिया है। माता ने सभी को आर्शीवाद दिया है। माता वापस अपने स्थान पर विराज गई है।