हिमाचल प्रदेश में किसी और के दस्तावेजों पर दुकानदारों ने 3694 फर्जी मोबाइल सिम बेच दिए। अभी तक तीन जिलों का ही आंकड़ा सामने आया है जबकि अन्य जिलों में जांच जारी है। फर्जी सिम बेचने पर पुलिस ने 114 दुकानदारों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। बिलासपुर के तीन थानों में 24, चंबा में 9 और ऊना में 81 दुकानदारों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक बिलासपुर कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि फर्जी सिम बचने के आरोप में जिले के 24 दुकानदारों पर धोखाधड़ी का मामले दर्ज किए गए हैं
जांच जारी है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर फर्जी सिम कार्ड बेचने का खुलासा हुआ है। केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय की डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (डीआईयू) की ओर से एक रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कार्यालय में दी है, जिसके आधार पर फर्जीवाड़ा करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई करने को कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश भर में 3694 फर्जी सिम कार्ड बेचे गए हैं। बताया जा रहा है कि दुकानदारों ने एक ही फोटो पर अलग-अलग आईडी लगा कर विभिन्न कंपनियों के सैकड़ों सिम कार्ड बेच डाले।
कई वारदातों में फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल करने के मामले उजागर होने के बाद डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट ने देश भर में डेटा का विश्लेषण किया है। विश्लेषण के पहले चरण में प्रदेश में 3694 फर्जी सिम कार्ड की पहचान हुई है। साथ ही इन सिम कार्ड को दस्तावेजों में हेरफेर कर सक्रिय करने वाले कई विक्रेताओं की भी पहचान की गई है। बिलासपुर के झंडूता थाना में दो विक्रेताओं, घुमारवीं थाना में नौ और बरमाणा थाना में 13 विक्रेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में इस तरह के फर्जीवाडे़ पर कार्रवाई करने को कहा गया है। बड़े स्तर पर ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई की जा रही है। यह पूरे हिमाचल प्रदेश में हो रही है।