भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (एडवांस्ड स्टडी) और शहर के अन्य हिस्सों में हुए भूस्खलन का निरीक्षण भूवैज्ञानिकों की टीम ने शुरू कर दिया है। इस टीम में पांच सदस्य शामिल हैं। यह टीम पता लगाएगी इस बार शिमला शहर में इतनी अधिक मात्रा में भूस्खलन होने के क्या कारण हैं। उपायुक्त आदित्य नेगी ने उद्योग विभाग को इस बारे में पत्र लिखा था।
विभाग के निदेशक राकेश कुमार प्रजापति के नेतृत्व में इस टीम ने भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान से निरीक्षण की शुरुआत की। इस दौरान डीसी शिमला आदित्य नेगी भी टीम के साथ रहे। उन्होंने मौके पर जायजा लिया और शहर में स्कूल भवनों को पैदा हुए खतरे वाले स्थानों पर जाकर भूस्खलन की असल वजह का पता लगाने को कहा।
उपायुक्त ने कहा कि टीम को निरीक्षण कर जल्द रिपोर्ट देने को कहा। भूवैज्ञानिकों की इस टीम में अनिल कुमार सिंह राणा, गौरव शर्मा, सुरेश भारद्वाज, अतुल शर्मा सदस्य हैंं। सहायक भूवैज्ञानिक सुनील वर्मा सदस्य सचिव के रूप में शामिल किए हैं।
डीसी ने बताया कि समिति के निरीक्षण का यह पहला दिन था। आने वाले दिनों में भी अन्य स्थानों का आवश्यकतानुसार निरीक्षण किया जाएगा। भूवैज्ञानिकों की टीम पुलिस लाइन कैथू, लोरेटो तारा हॉल स्कूल और दयानंद पब्लिक स्कूल का निरीक्षण कर चुकी है। टीम टिंबर हाउस के नजदीक सेंट एडवर्ड स्कूल सहित अन्य भूस्खलन वाले स्थानों का भी निरीक्षण करेगी।