प्रदेश में प्रतिबंध होने के बावजूद कॉटन कैंडी की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर आसानी से कॉटन कैंडी की बिक्री की जा रही है। हैरत की बात यह है प्रदेश के प्रवेशद्वार परवाणू के टोल बैरियर पर विक्रेता सरेआम कॉटन कैंडी बेच रहे हैं। यह विक्रेता दूसरे राज्यों के हैं।
शनिवार को भी परवाणू टोल बैरियर पर पिंक, ऑरेंज, पर्पल, यलो, सी ग्रीन और व्हाइट कॉटन कैंडी बेचते विक्रेता पाया गया। विक्रेता ने छुट्टी का फायदा उठाकर आसानी से कॉटन कैंडी की बिक्री की और दोपहर बाद वापस चला गया। इससे खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। विभाग की नाक तले इस प्रकार की लापरवाही लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकती है।