हिमाचल प्रदेश में रविवार को मौसम के अजब रंग देखने को मिले। किन्नौर के छोटा कंबा के पास घरसू नाले में रविवार दोपहर को अचानक बादल फट गया। नाले का बहाव बढ़ गया। लोग सतर्क हो गए। जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। हालांकि, एक जगह से नाले ने अपना रुख बदला और पहाड़ी से झरने की तरह सतलुज नदी में गिरने लगा। उधर, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी के अधिकतर इलाकों में झमाझम बारिश हुई। धर्मशाला में भी बारिश से मौसम ठंडा हो गया है।
जिला लाहौल-स्पीति में मौसम का मिजाज बदला। 13,050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा सहित ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई है। मई के दूसरे सप्ताह में भी ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला रुक नहीं रहा है। उधर, धौलाधार की चोटियों पर भी हल्का हिमपात हुआ है। मनाली व लाहौल घूमने गए पर्यटकों ने ठंडे मौसम का खूब लुत्फ उठाया। जिला मुख्यालय कुल्लू में झमाझम बारिश और बंजार में ओले बरसे हैं। ओले गिरने से बागवानों और किसानों की चिंता बढ़ गई है। नाशपाती और सेब को नुकसान हुआ है।
बंजार शहर के साथ पंचायत चैहणी, बलागाड़ में रविवार दोपहर 1:52 बजे से 2:05 बजे तक ओले बरसे हैं। इससे पूर्व दो घंटे तक जमकर बादल बरसे हैं। बारिश से खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल भी भीग गई है। उधर, कांगड़ा के मुल्थान में बिजली परियोजना के पाइप में लीकेज के बाद मची तबाही के बाद अब बारिश ने यहां लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। लोगों को और मलबा आने का खतरा बढ़ गया है। एसडीएम भावानगर विमला ने बताया कि दोपहर के बाद अचानक घरसू नाले में बादल फटा है। किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।