हिमाचल में बरसात से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 13,000 कर्मचारियों को फील्ड में तैनात किया है। सरकार ने लोक निर्माण विभाग के मंडल और उपमंडल स्तर पर मलबा हटाने व सड़कों को यातायात के लिए बहाल रखने के लिए 500 पोकलेन, डोजर, रोबोट और जेसीबी लगाई हैं। जरूरत पड़ने पर विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द की जा सकती हैं।  मार्ग अवरुद्ध की जानकारी को लेकर लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य ने कहा कि बीते साल की आपदा से सबक लेते हुए विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।

सड़क मार्ग अवरुद्ध होने को लेकर प्रतिदिन रिपोर्ट साझा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को आवश्यकता पड़ने पर और अधिक श्रमशक्ति एवं मशीनरी की तुरंत उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जुलाई महीने में सेब सीजन शुरू होगा। ऐसे में सरकार की प्राथमिकता रहेगी कि सीजन के दौरान कोई भी सड़क बंद न रहे। इसके अलावा बीते साल आपदा के दौरान जिन सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। उन क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान देने  को कहा गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह हिमाचल की सड़कों का लगातार निरीक्षण करते रहें। 

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बरसात के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी संबंधित विभागों को किसी भी संभावित प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए निरंतर सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में चिह्नित किए गए विभिन्न स्थानों में पर्याप्त संख्या में श्रमशक्ति और मशीनरी तैनात की गई है। सरकार किसी भी प्राकृतिक आपदा की संभावित चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसके दृष्टिगत विभिन्न स्तरों पर प्रभावी एवं सकारात्मक कदम उठाए गए हैं।