मौसम खुलते ही सैलानियों ने हिमाचल का रुख करना शुरू कर दिया है। आपदा के बाद सबसे पहले सैलानी स्पीति पहुंचने लगे हैं। स्पीति के होटलों में इस वीकेंड पर करीब 40 फीसदी कमरे बुक रहे। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि एक हफ्ते अगर मौसम साफ रहता है तो कसौली, चायल, धर्मशाला और डलहौजी में भी सैलानियों की आमद शुरू हो जाएगी। मौसम खुलते ही हिमाचल के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की चहल-पहल शुरू हो गई है। प्राकृतिक आपदा के बाद बीते दो महीने से पूरी तरह ठप पर्यटन कारोबार उबरना शुरू हो गया है।
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लंबे अंतराल के बाद इस वीकेंड से शिमला के होटलों में कमरों की बुकिंग दोबारा शुरू हुई है। सितंबर, अक्तूबर के लिए इंक्वायरी आनी शुरू हो गई है। दुर्गा पूजा की छुट्टियों पर बड़ी संख्या में सैलानी प्रदेश के पर्यटन स्थलों का रुख कर सकते हैं। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद बताते हैं कि मौसम खुलते ही प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर टूरिस्ट पहुंचने शुरू हो गए हैं। स्पीति में इस वीकेंड पर 35 से 40 फीसदी कमरे बुक रहे। बाइकर्स ग्रुप की इंक्वायरी आनी शुरू हो गई है। एक हफ्ते अगर मौसम साफ रहता है तो पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ना शुरू कर देगा।
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि बारिश का दौर थमते ही शिमला में सैलानियों की चहल-पहल शुरू हो गई है। वीकेंड पर शहर के होटलों में 15 से 20 फीसदी कमरे बुक थे। अगले हफ्ते सैलानियों की संख्या में और अधिक इजाफा होने की उम्मीद है। फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि आपदा के बाद बारिश का सिलसिला थमने से पर्यटन उद्योग के दोबारा पटरी पर लौटने की उम्मीद जगी है। सड़कें जैसे-जैसे बहाल होंगी टूरिस्ट बढ़ते जाएंगे। हालांकि आपदा से पर्यटन कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है।
सोशल मीडिया से कर रहे प्रचार : चौहान
नारकंडा के अज्ञातवास द हिमालयन रिट्रीट के संचालक प्रताप चौहान ने बताया कि हिमाचल में मौसम खुल गया है, अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होती चली जाएगी। सितंबर के लिए इंक्वायरी आनी शुरू हो गई है। सोशल मीडिया के जरिये पर्यटन कारोबारी सैलानियों को हिमाचल में आमंत्रित कर रहे हैं ताकि पर्यटन उद्योग एक बार फिर रफ्तार पकड़ सके।