हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में 31 अगस्त तक मौसम साफ रहने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। हालांकि, 1 से 4 सितंबर तक कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। उधर, आज सुबह से राजधानी शिमला व अन्य भागों में धूप खिली हुई है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। मौसम साफ रहने से सड़कों की बहाली के कार्यों में भी तेजी आने की उम्मीद है।
भूस्खलन से 211 सड़कें अभी भी बंद
मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से 211 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद थीं। इसके अलावा 105 बिजली ट्रांसफर्मर व और 165 जलापूर्ति योजनाएं बंद हैं। मंडी, शिमला व कुल्लू जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। आपदा के बाद एचआरटीसी के एक हजार से अधिक रूटों पर अभी भी बस सेवा बहाल नहीं हो पाई है।
इस मानसून सीजन में 381 लोगों की जान गई
इस मानसून सीजन में 24 जून से 28 अगस्त तक 381 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें से 129 की सड़कों हादसों में मौत हो गई। कुल 360 घायल हुए हैं। राज्य में 2466 घर ढह हो गए हैं। 10648 को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अतिरिक्त 312 दुकानों व 5517 गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है। मानसून सीजन के दौरान अब तक 8642.83 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब तक राज्य में भूस्खलन की 161 और अचानक बाढ़ की 72 घटनाएं सामने आई हैं।
कहां कितना न्यूनतम तामपान
शिमला में न्यूनतम तापमान 14.0, सुंदरनगर 16.4, भुंतर 15.9, कल्पा 8.5, धर्मशाला 16.4, ऊना 19.2, नाहन 22.1, केलांग 6.7, पालमपुर 15.5, सोलन 14.6, मनाली 11.7, कांगड़ा 18.5, मंडी 17.1, बिलासपुर 19.9, चंबा 17.7, डलहौजी 14.2, जुब्बड़हट्टी 16.9, कुफरी 12.8, कुकुमसेरी 7.2, नारकंडा 10.3, रिकांगपिओ 12.3, सेऊबाग 14.5, धौलाकुआं 20.9, बरठीं 19.6, समदो 13.0, पांवटा साहिब 23.0, सराहन 14.0 और देहरागोपीपुर में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।