झलोगी के पास चार दिन से बंद मंडी-मनाली एनएच बहाल हो गया है। जिस जगह भूस्खलन हुआ है, वहां से वाहनों को वनवे निकाला जा रहा है। उधर, झलोगी के पास भूस्खलन से खतरा बना हुआ है। रविवार को सभी वैकल्पिक मार्ग खुले रहे, लेकिन इन पर जाम की स्थिति बनी रही। रविवार को हर मार्ग पर बहुत अधिक जाम देखा गया। सबसे अधिक जाम औट और बनाला के पास लगा रहा। वहीं पंडोह डैम, झलोगी के पास हर तरफ जाम से लोग परेशानी में हैं।
रविवार को बजौरा-कटौला कमांद रोड और पंडोह चैलचौक पर दिनरात आवाजाही हुई, जबकि कैंचीमोड़ से कुल्लू तक वनवे वाहनों को निकाला गया। बता दें कि 22 अगस्त को पंडोह के समीप कैंची मोड़ में भूस्खलन हो गया था। ऐसे में कुल्लू-मंडी एनएच बहाल करने के लिए पंडोह डैम से पुराने मार्ग को जोड़कर वनवे बहाल किया गया है। उधर, एनएच को और बेहतर करने के लिए काम जोरों पर चल रहा है।
इसे 15 अक्तूबर तक तैयार कर लिया जाएगा। झलोगी टनल के पास पहाड़ी से हो रहे लगातार भूस्खलन से अभी खतरा बना हुआ है। ऐसे में यहां से वाहनों को एक- एक कर भेजा जा रहा है। इसके चलते रोजाना लंबा जाम लग रहा है। इस संबंध में एनएचएआई के डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि मंगलवार तक कैंची मोड़ से कुल्लू तक मार्ग को दोतरफा बहाल कर दिया जाएगा।
समयसीमा हटाने के बाद लग रहा लंबा जाम
कुल्लू-मंडी हाईवे में वाहनों की आवाजाही के लिए समयसीमा हटाने के बाद जाम लग रहा है। पनारसा से लेकर थलौट तक वाहनों की कतारें लग रही हैं। कुल्लू से मंडी की तरफ जाने वाले वाहन बजौरा से तो निकल रहे हैं लेकिन नगवाईं से लेकर थलौट तक जाम में फंस रहे हैं। पंडोह के पास पहुंचने के बाद ही वाहनों को रोककर अस्थायी मार्ग से वाहन आरपार करवाए जा रहे हैं।
हिमाचल में तीन दिन मौसम खराब, बिजली गिरने का येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग शिमला ने छह सितंबर तक मौसम खराब रहने और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। चार से छह सितंबर के बीच प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में मानसून के धीमा पड़ने के बावजूद आगामी दिनों में कई क्षेत्रों में वर्षा का दौर जारी रहेगा। सात सितंबर के बाद मौसम फिर साफ रहने का पूर्वानुमान है।