विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर कालका से कोटी के बाद अब सोलन तक ट्रैक बहाली का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए रेलवे बोर्ड की टीम ट्रैक पर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। कोटी से सोलन के बीच कई जगह ऐसी है, जहां पर ट्रैक हवा में लटक रहा है। 12 सितंबर तक कार्य पूरा करने का दावा किया गया है ताकि 15 सितंबर से कालका से सोलन तक ट्रेनों को संचलित किया जा सके। वर्तमान में कालका से शिमला के लिए 15 सितंबर तक सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। कोटी तक ट्रैक को खोलने के बाद मंगलवार से दो ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है। स्थानीय लोगों को कालका से कोटी जाने के लिए काफी राहत मिली है।

ट्रैक में कालका से सोलन के बीच काफी नुकसान हुआ। बारिश से कई जगहों में ट्रैक पर लगे डंगे टूट गए हैं। टकसाल से धर्मपुर रेलवे स्टेशन के बीच भी कई जगह लाइन के नीचे बने नाले टूट गए हैं। कोटी रेलवे स्टेशन के पास भी ट्रैक पर मलबा सुरंग में भी चला गया। टनल के साथ बने नाले ने भी सुरंग को काफी नुकसान पहुंचाया है। जिससे सुरंग के अंदर पानी भी एकत्र हो गया है। इसके बाद कई दिन तक ट्रेनें प्रभावित रहीं, लेकिन सोलन से शिमला के बीच एक ट्रेन को चलाया गया। यह ट्रेन कुछ दिन चली पर अगस्त में हुई बारिश के बाद सोलन से शिमला के बीच ट्रैक प्रभावित हो गया। समरहिल रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक हवा में लटक गया। इसके बाद से पूरी तरह से ट्रेक पर ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई।

यहां पर चल रहा ट्रैक ठीक करने का कार्य
बरसात से हुए नुकसान को देखने के लिए रेलवे बोर्ड के उच्चाधिकारियों की टीम भी ट्रैक का मुआयना कर चुकी है। दूसरे चरण में कोटी टनल, सनवारा, आंजी, कंड़ाघाट, समरहिल में कार्य किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में डंगा लगाने का कार्य बोर्ड की ओर से शुरू करवा दिया है। बोर्ड ने ठेकेदारों को तेजी से कार्य करने के भी निर्देश दिए हैं।

पहले चरण में कालका से कोटी तक ट्रैक को सुचारु कर दिया है। इसके बाद सोलन तक दूसरे चरण में कार्य किया जा रहा है। उम्मीद है कि 12 सितंबर तक कालका से सोलन तक ट्रैक सुचारु हो जाएगा। 15 सितंबर तक सभी ट्रेनें रद्द की गई हैं। केवल दो स्पेशल ट्रेन कालका से कोटी तक चली हुई हैं। लोगों को जल्द राहत मिलेगी।-नवीन कुमार, सीनियर डीसीएम, रेल मंडल, अंबाला।