सुशील ने जब अपनी जीत के बारे में परिजनों को बताया तो उनकी खुशी का भी ठिकाना नहीं रहा। सुशील का भाई विद्युत बोर्ड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। कहा कि जिस मैच में उसने अपनी टीम बनाई थी उसमें 35 लाख अन्य लोगों ने भी टीमें बनाई थी। लेकिन उसकी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसके चलते उसे पहला स्थान प्राप्त किया। सुशील ने बताया कि टैक्स की राशि काटने के उपरांत 70 लाख रुपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं