प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने गृह युद्ध प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। पीएम ने इस बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान वहां से देश के लोगों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा हुई। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी हिस्सा लिया और सूडान के मौजूदा हालात के बारे में पीएम को अवगत कराया।

गौरतलब है कि सूडान में सेना व रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच जारी गृहयुद्ध को लेकर मंगलवार देर शाम को दोनों पक्षों ने 24 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी, लेकिन बहुत जल्द यह युद्धविराम टूट गया। बुधवार को पांचवें दिन तक देश में डब्ल्यूएचओ ने 270 मौतों की बात कही जबकि 2,600 से ज्यादा घायल बताए थे।

इस बीच, वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत पूरे मामले पर करीबी नजर रखे हुए है और विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई व सऊदी अरब से वार्ता कर समन्वय शुरू कर दिया है। गोलाबारी व हवाई हमलों ने राजधानी खारतूम और नील नदी के ओमडुरमैन शहर को हिलाकर रख दिया है। देश में किसी अनजान जगह पर 31 भारतीयों के फंसे होने की खबरें भी हैं।

भारतीयों की सुरक्षा पर जयशंकर ने चार देशों से चर्चा के बाद ट्वीट किया कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान का शुक्रिया, जो हमारे संपर्क में हैं। उन्हें सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान व ब्रिटेन-अमेरिका से भी व्यावहारिक समर्थन का आश्वासन मिला है। 


हताहतों की निगरानी करने वाले सूडान डॉक्टर्स सिंडिकेट ने कहा कि यहां सैकड़ों लोग मारे गए हैं। कई शव सड़कों पर पड़े हैं लेकिन उन तक पहुंच न बन पाने के कारण सही गिनती नहीं हो रही।