वन विभाग में नौकरी देने के नाम पर हुई ठगी के मुख्य आरोपी दलीप सिंह नेगी ने ठगी की रकम से गाड़ी खरीद ली। आरोपी के बैंक खाते से साढ़े 22 लाख रुपये की बरामदगी की गई है। जांच में सामने आया है कि आरोपी खुद को युवाओं के सामने डीएम के रूप में पेश करता था। इसी तरह से उसने सचिवालय के उच्च अधिकारियों से जान पहचान का हवाला देकर 6 युवाओं से लाखों रुपये की राशि ऐंठ कर ठगी को अंजाम दिया था। मामला राजधानी के न्यू शिमला थाना क्षेत्र का है। 14 मई 2024 को उपमंडल रोहड़ू के रहने वाले दो भाईयों निशांत और रितिक के साथ वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया था।
जांच आगे बढ़ी तो मामले में सुशांत, संजीव, भूपेंद्र और पुरुषोत्तम से भी ठगी की बात सामने आई। पुलिस के मुताबिक आरोपी दलीप सिंह नेगी ने अपने सह-आरोपी रितेश के साथ आपराधिक षडयंत्र रचकर इन युवाओं से ठगी की। खुद को डीएम बताकर जाली दस्तावेज तैयार करने के लिए आरोपी ने अपने मोबाइल फोन और लेपटॉप तथा प्रिंटर का इस्तेमाल किया और वह उन दस्तावेजों को व्हाट्सएप के माध्यम से अपने सह-आरोपी रितेश के साइबर कैफे पर भेजता था।