टमाटर के बाद अब लहसुन के दामों में भी उछाल आ गया है। बाहरी राज्यों में बारिश और फसल में कमी के चलते अब हिमाचल प्रदेश के लहसुन की देश की सबसे बड़ी लहसुन मंडी तमिलनाडु में मांग बढ़ने लगी है। ट्रिपल ए ग्रेड यानी सुपर लहसुन की किसानों से 120 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से खरीद हो रही है। वीरवार को नौहराधार और सोलन से ट्रक लोड़ होकर तमिलनाडु के लिए निकले

बड़ूगा पट्टी मंडी में इस फसल की सबसे ज्यादा खपत होती है। दामों में उछाल की वजह यह भी है कि इस बार लहसुन की कम पैदावार हुई है। गर्मियों के दौरान फसल में पीलापन और रोग की वजह से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा। कई किसान पहले ही आढ़तियों को फसल बेच चुके हैं, लेकिन अभी भी 50 फीसदी फसल गोदामों में जमा है। दाम बढ़ते ही किसानों ने फसल निकालनी शुरू कर दी है।

सिरमौर के गिरिपार, सैनधार और पच्छाद इलाके में सबसे ज्यादा लहसुन का उत्पादन होता है। पिछले साल दाम 80 रुपये से ऊपर नहीं गए। इस बार शुरुआती दौर में लहसुन के दामों में उछाल रहा, लेकिन बाद में कमी आई। नौहराधार के आढ़ती रविंद्र सिंह ने बताया कि सुपर लहसुन के दाम 120 रुपये तक पहुंच गए हैं। सिरमौर, सोलन और कुल्लू का लहसुन तमिलनाडु के बड़ूगा पट्टी भेजा जा रहा है। 

4,000 हेक्टेयर पर पैदावार
प्रदेश के सिरमौर में 4,000 हेक्टेयर पर लहसुन की सबसे ज्यादा पैदावार हो रही है। इस बार 60,000 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था। इस बार रोग की चपेट में आने से उत्पादन गिरा है। सिरमौर में लहसुन का करोड़ों का कारोबार होता है।